- बदतर होती जा रही बाढ़ की स्थिति, अयोध्या पुल पर घाघरा स्थिर, बाकी नदियों में बढ़त

- नौसड़ बंधे पर रिसाव होने के कारण भारी वाहनों का आवागमन रोका

GORAKHPUR: गोरखपुर में बाढ़ की वजह से हालात बद्तर होते जा रहे हैं। नदियों का पानी लगातार बढ़ रहा है, जिसकी वजह से लोगों की प्रॉब्लम कम होने का नाम नहीं ले रही। सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। सिटी के आसपास भी कई बंधों से रिसाव हो रहा है। नौसड़ बंधे पर रिसाव होने के कारण भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया। इसकी वजह से सड़क किनारे ट्रकों की कतार लग गई। बाढ़ के मद्देनजर जिले में मौजूद सभी 86 बाढ़ चौकियों को एक्टिव कर दिया गया है, जहां से रेगुलर बंधे की निगरानी की जा रही है। वहीं, जिले में आई बाढ़ से अब तक 2.26 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।

अब तक 277 गांव बाढ़ से प्रभावित

गोरखपुर जिले की बात करें तो यहां पर 277 गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। इसमें सिर्फ सदर तहसील के 60 गावों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसके अलावा सहजनवां, कैंपियरगंज, चौरीचौरा, खजनी, बांसगांव और गोला में भी बाढ़ का कहर जारी है और लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए एनडीआरएफ के साथ ही एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें लगाई गई हैं।

बाहर से मंगवानी पड़ रही है नाव

गोरखपुर में बाढ़ के हालात को देखते हुए रेस्क्यू के लिए नाव लगाई जा रही है। लगातार तहसीलों से डिमांड बढ़ने की वजह से नावों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अब हालत यह हो गई कि जिले की सारी नाव रेस्क्यू के लिए लगाई जा चुकी हैं, जिसके बाद अब अयोध्या से नाव मंगवाई जा रही हैं। कुल नाव की बात करें तो गोरखपुर जिले की विभिन्न तहसीलों में अब तक कुल 389 नाव लगाई जा चुकी हैं, जबकि गोरखपुर जिले में 321 नाव उपलब्ध थी। सारी नावें अयोध्या से मंगवाई गई हैं। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए 68 नाव की और मांग की गई है। जबकि 20 मोटर बोट भी अयोध्या से मंगवाई जा रही हैं। इन सभी के शुक्रवार तक गोरखपुर पहुंचने की उम्मीद है।

सबसे ज्यादा सदर तहसील में जरूरत

नावों की बात करें तो इस वक्त इसकी सबसे ज्यादा जरूरत सदर तहसील में पड़ रही है। जिले में 389 नावें लगाई गई हैं, इसमें से सदर तहसीन के 60 गांव में 143 नावें लगाई जा चुकी हैं। इसके अलावा सहजनवां, कैंपियरगंज, चौरीचौरा, खजनी और बांसगांव में भी नाव की जरूरत पड़ी है, जिसकी मदद से लोगों को निकाला जा रहा है।

गुरुवार शाम चार बजे तक नदियों का जलस्तर -

नदी जगह डेंजर लेवल करंट लेवल स्टेटस

घाघरा अयोध्या पुल 92.73 मीटर 93.19 मीटर स्थिर

घाघरा तुर्तीपार 064.01 मीटर 65.06 मीटर चढ़ाव

राप्ती बर्डघाट 074.98 मीटर 77.29 मीटर चढ़ाव

रोहिन त्रिमुहानीघाट 082.44 मीटर 84.28 मीटर उतार

कुआनो मुखलिसपुर 78.65 मीटर 77.56 मीटर चढ़ाव

स्टैटिस्टिक -

प्रभावित जनसंख्या - 2,26,324

प्रभावित क्षेत्रफल - 36,690 हेक्टेयर

बाढ़ चौकियां - 86

गांव प्रभावित - 277

कुल उपलब्ध नाव - 321

नाव लगी - 389

कहां कितने गांव प्रभावित

सदर तहसील - 60

सहजनवां - 37

कैंपियरगंज - 46

चौरीचौरा - 13

खजनी - 29

बांसगांव - 33

गोला - 59

कहां कितनी नाव लगीं

सदर तहसील - 143

सहजनवां - 23

कैंपियरगंज - 62

चौरीचौरा - 26

खजनी - 32

बांसगांव - 30

गोला - 73

जिले के 277 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इसमें सदर तहसील के 60 गांवों में पानी घुस गया है। रेक्स्यू के लिए टीमें लगाई गई हैं। मेडिकल फैसिलिटी के साथ खाद्य सामग्री भी वितरित की जा रही है। रेस्क्यू के लिए 389 नावें लगाई गई हैं। जबकि अध्योध्या से और नावों की मांग की गई है।

- राजेश सिंह, एडीएम एफआर, आपदा प्रभारी

कल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर सकते हैं सीएम

सीएम योगी आदित्यनाथ चार सितंबर को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर सकते हैं। इसको लेकर एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से एरियल रूट बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिया गया है। हवाई सर्वेक्षण के बाद सीएम गोरखनाथ मंदिर में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर सकते हैं। मुख्यमंत्री शनिवार को गोला, सहजनवां, सदर तहसील, कैंपियरगंज तहसीलों के क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर सकते हैं। सर्वेक्षण के बाद एमपी पालिटेक्निक परिसर में बने हेलीपैड पर उनका हेलीकाप्टर उतरेगा। रविवार को मुख्यमंत्री मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण कर सकते हैं। अभी मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर आधिकारिक कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है, लेकिन प्रशासन की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

11 साल में मानसून की अगस्त क्रांति

- बीते अगस्त में 465 मिलीमीटर से अधिक हुई है बारिश

- 2018 अगस्त में हुई थी 374 मिलीमीटर बारिश

बीते 11 वर्षो में इस बार के अगस्त में सर्वाधिक 465 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। 2021 के आंकड़े को छोड़ दिया जाए तो अगस्त 2018 में सर्वाधिक 374 मिलीमीटर बारिश हुई है। अगस्त की औसत वर्षा 339.5 मिलीमीटर है। इस बार औसत के सापेक्ष करीब 40 फीसद अधिक वर्षा हुई है। अगस्त 2020 से तुलना करें तो यह करीब तीन गुना अधिक है। बीते वर्ष अगस्त में 133.8 मिलीमीटर बारिश हुई थी। अगस्त में सबसे कम बारिश 2019 में हुई थी। 2019 में कुल 76.1 मिलीमीटर बारिश हुई थी।

बीते 10 साल में अगस्त में हुई वर्षा (मिलीमीटर में)

साल बारिश

2011 371.3

2012 221.1

2013 268.8

2014 265.4

2015 362.2

2016 144.2

2017 364.0

2018 374.0

2019 76.1

2020 133.8