डीडीयूजीयू को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर प्रो। मनोज कुमार सिंह की तरफ से राप्ती तट पर आठवें रेत शिल्प रचना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें यूनिवर्सिटी प्रवेश द्वार, सामाजिक गतिविधियों, प्राकृतिक छवि आदि को आधार बनाकर लगभग 350 वर्ग फुट के पर शिल्प निर्माण किया गया। प्रो। मनोज कुमार के नेतृत्व में पहले उनके 7 स्टूडेंट्स ने सैंड पर क्रिएशन शुरू किया। देखते-देखते कई पूर्व एवं वर्तमान छात्र इस अभियान से जुड़ गए।