ब्रह्मालीन महंत के नाम विशिष्ठ छात्रवृत्ति दी जाएगी

-महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ब्रह्मालीन महंत के नाम देगा तीन पुरस्कार

GORAKHPUR: महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद हर वर्ष ब्रह्मालीन महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि पर चिकित्सा, शिक्षा व समाज सेवा के क्षेत्र में तीन महत्वपूर्ण पुरस्कार देगा। वहीं परिषद की ओर से हर वर्ष दी जाने वाली योग्यता छात्रवृत्ति के अलावा इस वर्ष से ब्रह्मालीन महंत के नाम पर विशिष्ट छात्रवृत्ति दी जाएगी। महंत अवेद्यनाथ के लिए गोरक्षनाथ मंदिर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की ओर से यह घोषणा की गई। इस अवसर पर महंत योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरुजी हमेशा समाज सेवा और शिक्षा के लिए प्रेरित करते रहे हैं। कई बार मेरा उन्होंने मार्गदर्शन भी किया। नाथ पंथ के साधुओं की एक छत्र के नीचे लाने के लिए वह जीवनपर्यत अध्यक्ष बने रहे। श्रीराम जन्म भूमि मुक्ति आंदोलन का नेतृत्व करके देश में आंदोलन की एक अलख जगा दी। छुआछूत के विरुद्ध चलाया गया उनका अभियान देश में एक मिसाल है।

देश के हर कोने से उपस्थित हुए संत

श्रद्धांजलि सभा में दिगंबर आखाड़ा के महंत सुरेशदास, गोरखधाम आश्रम मुंबई के महंत गुलाबनाथ जी, जुनागढ़ के महंत भोरनाथ, मंगलूर कर्नाटक के महंत राजा संध्यानाथ, पुश्कर के महंत डॉ। स्वामी रामे वरानंद हरि जी, महंत रूपनाथ, कच्छ के महंत देवनाथ, महंत अनन्तनाथ, प्रबोधनंद गिरी सहित सैकड़ों की संख्या में संतों ने श्रद्धांजलि दी।

क्8 पंथ के महंत सोमवारनाथ को भोजन करा कर किया गया ब्रह्माभोज

नाथ संप्रदाय के तहत मंगलवार को ब्रह्मालीन महंत अवेद्यनाथ का तिया कार्यक्रम आयोजित किया गया। निर्धारित कार्यक्रम के तहत सुबह क्क् बजे गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ नेतृत्व में नाथ पंथ, अखाड़ों, जमात और सनातन पंथों के योगेश्वरों की टोली ब्रह्मालीन महंत की समाधि स्थल पर पहुंची। वहां महंत योगी आदित्यनाथ ने समाधि पर गंगाजल अर्पित कर घी की ज्योति जलाई। इसके बाद विधिवत अनुष्ठान कार्य प्रारंभ हुआ। नाथ परंपरा के अनुसार किसी भी संत को समाधि पर ब्रह्मालीन संत का स्वरूप मानकर बिठाया जाता है। महंत अवेद्यनाथ के तिया कार्यक्रम में क्8 पंथ के महंत सोमवार नाथ जी को बिठाया गया। उसके बाद सबसे पहले महंत योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्मालीन महंत के प्रतिनिधि स्वरूप महंत सोमवारनाथ की पूजा की और प्रसाद खिलाया। उसके बाद सम्मान के रूप में दक्षिणा सहित नित्य प्रयोग के सामान दिए। इसके बाद संतों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें संतों को भोजन कराया गया और वस्त्र और दक्षिणा दी गई।

पूरे समय 'ओम नम: शिवाय' का गूंजता रहा मंत्र

नाथ पंथ अपने आपको भगवान शिव से जुड़ा हुआ मानता है। मंगलवार को महंत अवेद्यनाथ के तिया कार्यक्रम के अवसर पर श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। सुबह क्क् बजे से क्ख् बजे तक चले तिया कार्यक्रम के बाद समाधि स्थल पर ओम नम: शिवाय का मंत्र गूंजता रहा।