गोरखपुर (ब्यूरो)। पुलिस कार्रवाई से दुकानदार सकते में आ गए हैं। लूट के मोबाइल की बिक्री के सबूत मिलने पर कुछ दुकानदारों पर शिकंजा कसेगा। गोलघर के एक होलसेल कारोबारी से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर मथुरा पुलिस टीम जांच कर रही है। जांच में शामिल दरोगा ने बताया कि अभी छानबीन की जा रही है। बेचे गए मोबाइल फोन की बरामदगी के बाद आगे कार्रवाई होगी।

शनिवार को बिहार बार्डर पहुंची पुलिस की टीम

गोलघर के थोक मार्केट में लूट के मोबाइल फोन बिकने की सूचना पर मथुरा पुलिस की एक टीम गुरुवार देर रात गोरखपुर आई। पुलिस टीम ने दुकानदारों के बारे में पूरी जानकारी ली। शुक्रवार की सुबह गोलघर में कारोबार करने वाले एक दुकानदार सहित पांच लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। रात में दुकानदार को इस शर्त पर छोड़ दिया गया कि वह पुलिस की जांच में सहयोग करेगा। उसने चोरी का मोबाइल फोन बेचने वाले कारोबारी की जानकारी दी जिसके आधार पर रात में टीम ने उसे भी दबोच लिया। पूछताछ में पता लगा कि बिहार और कुशीनगर जिले में बड़ी संख्या में मोबाइल खपाए गए थे।

मथुरा में दर्ज है लूटकांड का मुकदमा, गोरखपुर में चल रही जांच

पांच अक्टूबर को नोयडा की एक कंपनी से कैंटर ड्राइवर मुनीष यादव और खलासी कुल 8990 मोबाइल फोन (कीमत करीब 7 करोड़ रुपए) लोड करके बेंगलुरू जा रहे थे। उसी दिन सुबह करीब साढ़े 10 बजे ड्राइवर कैंटर लेकर ग्वालियर बाईपास पर पहुंचा। राहगीर बनकर सवार हुए दो बदमाशों ने अपने साथियों की मदद से कैंटर में भरा मोबाइल फोन लूट लिया। लावारिस हाल कैंटर को मध्य प्रदेश में छोड़कर फरार हो गए। इस मामले में कंपनी के मैनेजर ने मथुरा के फरह थाने में केस दर्ज कराया। लूटपाट में शामिल 15 बदमाशों को अरेस्ट करके मथुरा पुलिस ने 2494 मोबाइल फोन और 37 लाख 92 हजार रुपए नकद बरामद किया। दिवाली के पहले लूट के करीब चार सौ मोबाइल फोन गोलघर मार्केट में बिके थे। इसकी जानकारी होने पर मथुरा पुलिस की टीम दो दिनों से जांच- पड़ताल कर रही है।

मोबाइल फोन बरामद करने और उसका कारोबार करने वालों की तलाश में पुलिस लगी है। एक टीम को गोरखपुर और आसपास एरिया में छानबीन की जिम्मेदारी दी गई है।

एमपी सिंह, एसपी सिटी मथुरा