- श्रद्धालुओं ने किया भव्य स्वागत, अभिवादन स्वीकार करते मानसरोवर मंदिर पहुंचे सीएम योगी

- योगी ने किया भगवान राम का राजतिलक, पूजा कर उतारी आरती

विजयादशमी पर गोरखनाथ मंदिर से गोरक्षपीठाधीश्वर की परंपरागत विजय शोभायात्रा रविवार की शाम श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास के वातावरण में आन, बान और शान के साथ निकली। गाजे-बाजे की गूंज के बीच निकली शोभा यात्रा का राह में खड़े श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया।

शोभायात्रा में शामिल होने के लिए गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ नाथ पंथ के पारंपरिक परिधान में अपने आवास से शाम साढ़े चार बजे निकले और पुजारियों, पुरोहितों व साधु-संतों के साथ श्रीनाथजी के दरबार में पहुंचे। इस दौरान ढोल-नगाड़ों और शंख ध्वनि की गूंज से समूचा वातावरण भक्तिमय था। पीठाधीश्वर ने श्रीनाथजी की पूजा-अर्चना की। इसके बाद विजय शोभा यात्रा की अगुवाई करने निकले।

कोविड संक्रमण को देखते हुए गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी बंद गाड़ी में सवार थे और सड़क के दोनों ओर खड़े श्रद्धालुओं का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। मुख्यमंत्री की गाड़ी के पीछे एक रथ पर संत व पुजारी मौजूद थे, जिससे काफिले की भव्यता बढ़ गई थी। गोरखनाथ मंदिर से लेकर गंतव्य मानसरोवर मंदिर तक छतों पर खड़े लोग पुष्प वर्षा कर काफिले का स्वागत कर रहे थे। शोभायात्रा मानसरोवर मंदिर पहुंची, जहां मुख्यमंत्री ने सबसे पहले वहां स्थापित सभी देव-विग्रहों का पूजन किया और भगवान शिव को जल चढ़ाया। वहां से रामलीला मैदान पहुंचे और भगवान राम के राजतिलक की परंपरा पूरी की।

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हनुमान अखाड़े के जांबाजों ने दिखाया कौशल

शोभायात्रा में हनुमान अखाड़े से जुड़े युवाओं का उत्साह देखने लायक था। लाठी से युद्धकला का प्रदर्शन करते युवा सभी का ध्यान खींच रहे थे। उनके पीछे श्रद्धालुओं का समूह जय श्रीराम और नाथ संप्रदाय का जयकारा लगाते चल रहा था। परंपरागत रूप से शोभा यात्रा में हनुमान जी की प्रतिमा भी शामिल थी। हालांकि युवाओं के इस दल का प्रदर्शन कोविड प्रोटोकाल के चलते श्रीनाथजी के दरबार से गोरखनाथ मंदिर गेट तक ही सीमित रहा।

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कड़ी सुरक्षा के बीच निकली शोभायात्रा

विजय शोभायात्रा के दौरान पुलिस प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली। सीआरपीएफ, रैपिड एक्शन फोर्स, पुलिस, एनएसजी के सुरक्षाकर्मी तैनात थे। शोभायात्रा के मार्ग में जगह-जगह छतों पर पुलिस बल तैनात किया गया था।

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कैफुलवरा परिवार ने किया स्वागत

गोरक्षपीठाधीश्वर की विजय शोभायात्रा का चौधरी कैफुलवरा परिवार वर्षों से स्वागत करता आ रहा है। इस परंपरा का निर्वहन उस परिवार ने इस वर्ष भी किया। इस बार बुनकर समाज भी उनके साथ था। परिवार के चौधरी जैद ने बताया कि कोविड संक्रमण के चलते पीठाधीश्वर ने बंद गाड़ी से ही उनका अभिनंदन स्वीकार किया।