गोरखपुर (ब्यूरो)। जेल के अंदर जगह-जगह बैठने का अरेंजमेंट किया गया था। कुल 1495 महिलाओं ने जेल में बंद अपने भाईयों को राखी बांधी। जेल प्रशासन ने बाकायदा भाइयों और बहनों के बैठने के लिए दरी बिछाई गई थी। जिस पर बैठ करके बहनें अपने भाइयों के हाथों में राखी बांधकर रोली और चंदन लगाकर मिठाई खिलाकर रक्षाबंधन का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया। जेल की सलाखों के पीछे बंद भाई को देख बहुत सी बहनों की आंखें नम हो गई। इस दौरान जेल में निरुद्ध 805 पुरुष बंदियों, 45 महिला बंदियो से उनके परिजन कुल 1495 महिला, 35 पुरुषों और 353 बच्चों की मुलाकात कराया गया।
राखी मिठाई की भी थी व्यवस्था
इस संबंध में जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय और जेलर अरुण कुमार ने बताया कि कारागार परिसर में बंद भाइयों को रक्षा सूत्र बांधने आने वाली महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम किया गया था। जेल के बाहर पंडाल लगाकर बैठने और गर्मी से बचने की व्यवस्था के साथ ही पेयजल, निशुल्क राखी, मिठाई की व्यवस्था की गई थी।