गोरखपुर (ब्यूरो)।मनीष के गुडग़ांव वाले दोस्त हरबीर और प्रदीप भी एसआईटी की सख्ती को देखते हुए अब गोरखपुर आने को मजबूर हो गए हैं। खबर है कि सोमवार तक दोनों गुडग़ांव से गोरखपुर हर हाल में आ जाएंगे। जबकि इससे पहले एसआईटी के कई बार बुलाने पर भी दोनों गोरखपुर आने को तैयार नहीं थे।

घटना के बारे में बारीकी से ली जानकारी

मनीष के दोस्तों के मुताबिक शुक्रवार दोपहर करीब 3.30 बजे मनीष के दोस्तों से सर्किट हाउस में एसआईटी ने पूछताछ शुरू की। इस दौरान कानपुर से भी कुछ अधिकारी वीडियो कॉल पर जुड़े रहे। एसआईटी ने दोनों दोस्तों से घटना के पहले से पूछताछ शुरू की। यानी कि वे मनीष को कबसे और कैसे जानते हैं। रात 10.30 बजे तक करीब 5 घंटे चली इस पूछताछ में एसआईटी ने दोनों से काफी बारीकी से पूछताछ करते हुए घटना के बारे में जाना और उनके बयान दर्ज किए। वहीं, राणा चंदन और शंभू से शनिवार को पूछताछ की गई।

मनीष के दोस्तों ने जताई खतरे की आशंका

हालांकि एसआईटी टीम के पास बयान दर्ज करकर लौटे मनीष के दोस्त चंदन सैनी ने कहा कि जांच में काफी देरी हो रही है। अब तक सिवाय हॉरसमेंट के और कुछ भी नहीं मिला। यही वजह है कि हम लोग एसआईटी जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने को मजबूर हुए हैं। कोर्ट में हमारी रिट रजिस्टर्ड भी हो गई है। उम्मीद है सोमवार को सुनवाई होगी और अदालत का हमारे पक्ष में ही फैसला आएगा। उन्होंने कहा कि 27 सितंबर की घटना के बाद 2 अक्टूबर से एसआईटी टीम गोरखपुर में डेरा डाले हुए है। लेकिन इन 20 दिनों में भी वह अब तक हम दोस्तों के बयान भी नहीं दर्ज कर सकी।

चंदन सैनी ने लगाए गंभीर आरोप

वहीं, चंदन सैनी ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक की जांच से न्याय की कोई खास उम्मीद नहीं दिख रही है। ऐसे में इस केस से जुड़े हम लोगों पर भी कहीं न कहीं खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें आशंका है कि या तो हमारे साथ कोई अप्रिय घटना न हो जाए या फिर हमें ही किसी फर्जी केस में फंसा दिया जाए। क्योंकि हम लोग शुरू से ही पीडि़त परिवार के साथ न्याय की मांग कर रहे हैं।