गोरखपुर (ब्यूरो): शहर में बिजली कंज्यूमर्स की संख्या दो लाख सात हजार से ज्यादा है। 2019 में शहर में 3-जी स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत हुई थी। 12 अगस्त 2020 तक 56 हजार 662 स्मार्ट मीटर शहर में लगाए जा चुके थे। इसी बीच जन्माष्टमी के दिन प्रदेश में अचानक लाखों स्मार्ट मीटर बंद हो गए। लखनऊ के शक्ति भवन स्थित सेंट्रल सर्वर में आई दिक्कत को दूर करने में आठ से 15 घंटे तक का समय लग गया। इतनी देर तक प्रदेश के लाखों घरों में बिजली व्यवस्था पटरी से उतरी रही। इसके बाद ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने 15 दिन तक स्मार्ट मीटर लगाने का काम रोक दिया था। तब से स्मार्ट मीटर प्रदेश में कहीं नहीं लगे।

स्मार्ट मीटर की डिमांड भेजी

स्मार्ट मीटर लगने का रास्ता साफ होने के बाद एलएंडटी कंपनी तैयारियों में जुट गई है। जानकारी के अनुसार एलएंडटी कंपनी के स्टॉक में अभी करीब 10 हजार मीटर हैं। जबकि शहर में डेढ़ लाख से अधिक मीटर लगाए जाने हैं। प्रीपेड स्मार्ट मीटर की संख्या कम होने की वजह से कंपनी में लगभग 10 से 12 हजार स्मार्ट मीटर की डिमांड की हैं। बताया जा रहा है कि यह मीटर एक हफ्ते के अंदर जा जाएंगे।

अगले महीने से गोरखपुर में शुरुआत

पॉवर कॉरपोरेशन के आदेश के बाद पहले चरण में लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और मेरठ आदि शहरों को शामिल गया है। उम्मीद है कि अगले महीनें से गोरखपुर में भी स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत की जाएगी।

फैक्ट फीगर

2,07,000 कंज्यूमर सिटी में हैं।

56,662 स्मार्ट मीटर शहर में लगे

1.50 लाख स्मार्ट मीटर सिटी में लगने हैं।

जल्द स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी हो रही है। इस बार फोर जी तकनीक वाले स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। जो उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगवाने चाहते हैं वह संबंधित खंड कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। इनके परिसर में प्राथमिकता के आधार पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।

ई। यूसी वर्मा, एसई शहर