-परीक्षा विभाग के कर्मचारी प्रेमनाथ की तलाश

-टीचर फर्जीवाड़ा में रोजाना चार से पांच शिकायतें

GORAKHPUR:

गोरखपुर और बस्ती मंडल में फर्जी मार्कशीट के जरिए नौकरी करने वालों की तलाश में जुटी एसटीएफ गोरखपुर यूनिवर्सिटी के रिकार्ड खंगाल रही है। परीक्षा विभाग में तैनात कर्मचारी प्रेमनाथ का नाम सामने आने के बाद एसटीएफ ने यूनिवर्सिटी में जाल बिछा दिया है। एसटीएफ को आशंका है कि कई कर्मचारी मार्कशीट के फर्जीवाड़े में शामिल हैं। उनकी मिलीभगत से ही रैकेट का संचालन हो रहा है। एसटीएफ की सक्रियता सामने आने के बाद से भगदड़ मची है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि इस प्रकरण की जांच कराई जा रही है। जल्द ही कुछ अन्य लोगों की गिरफ्तारी होगी।

एक हजार से अधिक शिकायतें, जांच में छूटा पसीना

पिछले दो दशक के भीतर तमाम स्कूल्स में फर्जी मार्कशीट के आधार पर भर्तियां हुई हैं। इसकी डेली चार से पांच शिकायतें एसटीएफ को मिल रही हैं। गोरखपुर में आने वाली शिकायतों की जांच में एसटीएफ जुट गई है। लेकिन एजुकेशन डिपार्टमेंट, यूनिवर्सिटी और अन्य जगहों से रिकार्ड मंगाकर खंगालने में काफी विलंब हो रहा है। इसलिए पुलिस के सामने जांच का संकट बढ़ता जा रहा है। पूर्व में हुई जांच के आधार पर 23 जून को एसटीएफ ने देवरिया जिले के नथुनी प्रसाद और शिव प्रसाद को अरेस्ट किया था। दोनों से पूछताछ में सामने आया कि यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग का प्रेमनाथ इस खेल में शामिल है।

भाई, पट्टीदार, नेता कर रहे कंप्लेन

टीचर्स के फर्जीवाड़ा की जांच में जुटी एसटीएफ के पास आने वाली शिकायतों में ज्यादातर आसपास के लोग शामिल हैं। आरोप लगाने वालों में उनके सगे संबंधियों के अलावा पट्टीदार, नेता और अन्य भी शामिल हैं। जो एप्लीकेशन एसटीएफ तक पहुंच रही है। उसमें बाकायदा यह मेंशन किया जा रहा है कि किसने, किस तरह से फर्जीवाड़ा करके नौकरी पाई है। गोरखपुर और बस्ती मंडल के सात जिलों के साथ-साथ बलिया और आजमगढ़ सहित अन्य जगहों से भी कंप्लेंट्स पहुंच रही। इसको देखते हुए इसके लिए स्पेशल जांच टीम बनाने की जरूरत महसूस हुई।

इस हाल में जांच

- एसटीएफ में एक हजार से अधिक कंप्लेंट्स का अंबार

- करीब एक साल से एसटीएफ टीम ने जांच शुरू की है

- शिकायतकर्ताओं में नजदीकी रिश्तेदार, पट्टीदार और नेता शामिल

- हर कंप्लेन के साथ मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेजों की फोटो कापी

- कंप्लेंट्स पर वेरीफिकेशन के लिए विभिन्न विभागों में एप्लीकेशन भेजी जा रही है

- रिपोर्ट आने पर एसटीएफ किसी को अरेस्ट कर रही। उनके खिलाफ कार्रवाई की शुरूआत

- 23 जून को अरेस्ट किए दो लोगों ने यूनिवर्सिटी कर्मचारी प्रेमनाथ का नाम बताया है

- कई अन्य कर्मचारियों के इस खेल में शामिल होने की आशंका में जांच पड़ताल चल रही है

टीचर फर्जीवाड़े की शिकायत पर जांच चल रही है। कुछ लोगों का नाम सामने आया है। जल्द ही उनको अरेस्ट किया जाएगा। देवरिया में पकड़े गए लोगों ने यूनिवर्सिटी के कर्मचारी की मिलीभगत की जानकारी दी है।

सत्य प्रकाश, इंस्पेक्टर, एसटीएफ गोरखपुर यूनिट