- नई रोड बनाने के लिए एक माह पहले बिछा कर छोड़ दी गई है गिट्टी

- शहर के तीन प्रमुख स्कूल के बच्चों को डेली हो रही है प्रॉब्लम

GORAKHPUR: सिटी के सूरजकुंड में एक माह पहले नगर निगम ने लोगों को सुविधा देने के लिए रोड का निर्माण शुरू कराया। करीब 50 हजार से अधिक लोगों को राहत देने के इरादे से बनाई गई यह रोड अब मुसीबत का सबब बन गई है। ठेकेदार की मनमानी और नगर निगम के अफसरों की लापरवाही के कारण पिछले एक माह से रोड पर बड़ी गिट्टी पड़ी हुई है। इसकी वजह से डेली दर्जनों लोग गिर कर घायल हो रहे हैं, लेकिन अभी तक रोड बनने के बजाए बिछी हुई गिट्टी भी उखड़कर बिखरने लगी है।

एक माह पहले शुरू हुआ काम

नगर निगम ने छह माह पहले मई में निरंकारी भवन से लेकर स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज तक रोड बनवाने के लिए टेंडर निकाला। 1 करोड़ 47 लाख रुपए की लागत से बनने वाली इस रोड का निर्माण कार्य सितंबर में शुरू हो गया। एस्टीमेट के अनुसार ठेकेदार ने पहले बड़ी गिट्टी बिछाई, इसके बाद आधी रोड पर मिट्टी गिराकर रोलर चला दिया। लेकिन उसके बाद बाकी बची हुई रोड पर बिना मिट्टी बिछाए ही छोड़ दिया। इसकी वजह से राहगीरों के अलावा स्कूली बच्चों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। राजेश कुमार की मानें तो उनका 8 साल बेटा तीन दिन पहले इस रोड पर साइकिल चलाते हुए गिर गया, जिसके कारण दोनों घुटनों पर चोट आ गई है। स्थिति यह है कि डेली दर्जनों लोग घायल हो रहे हैं।

स्कूलों के लिए अहम है रोड

नगर निगम के अफसरों की मिली भगत के कारण डेली कम से कम 5 हजार स्कूली बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि इस रोड पर शहर के चार बड़े स्कूल हैं। इसमें स्टेपिंग स्टोन के हजारों बच्चे दो किमी पैदा आ रहे हैं, वहीं स्कूल बस से आने वाले बच्चों को भी दो किमी तक मिलने वाले हिचकोलों के कारण शरीर में दर्द होने लगा है। वहीं सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यायल, मैनावती देवी इंटर कॉलेज और नवल्स एकेडमी के बच्चे भी शामिल हैं।

त्योहारों के कारण एई और जेई खाली नहीं थे। जिसके कारण रोड के निर्माण का कार्य बंद करा दिया गया था। त्योहार समाप्त होते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

- एसके केसरी, चीफ इंजीनियर नगर निगम