-कस्तूरबा में ग‌र्ल्स के बेड पर बिछ गई नई चादरें

-बीएसए ऑफिस में मिली कमियों को दूर करने का निर्देश

GORAKHPUR: लॉकडाउन के बाद से ही सभी स्कूल कॉलेज बंद हैं। ऐसे में कस्तूरबा विद्यालय खोराबार में ग‌र्ल्स के कमरों में लगे बेड पर नई-नई चादरें बिछीं देख अचानक पहुंचे बेसिक शिक्षा मंत्री भी चौक गए। उन्होंने कस्तूरबा की इंचार्ज से पूछ ही लिया कि जब च्च्चे हैं नहीं तो बिस्तर क्यों लगा हुआ है। जिसका इंचार्ज के पास कोई वाजिब जवाब नहीं था। अचानक मंत्री के इंस्पेक्शन को लेकर कस्तूरबा में कुछ ज्यादा ही तैयारी कर ली गई थी। प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ। सतीश द्विवेदी ने बुधवार को बीएसए, एडी बेसिक, डायट कार्यालय व कस्तूरबा विद्यालय खोराबार का अचानक इंस्पेक्शन किया। इस दौरान उन्होंने भवन की स्थिति व उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली।

दो महिला कर्मचारी का रोका वेतन

बीएसए कार्यालय में इंस्पेक्शन के दौरान अब्सेंट मिली दो महिला इंप्लॉई परियोजना अधिकारी रंजना गुप्ता तथा लिपिक कामिनी सिंह पर कार्रवाई करते हुए एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया। डायट में इंस्पेक्शन के दौरान कोरोना से बचाव के लिए मुख्य द्वार पर उपलब्ध सैनिटाइजर, पल्स ऑक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर के प्रयोग के बारे में कर्मचारियों व टीचर्स से बारी-बारी से जानकारी ली। जब सभी ने सही जानकारी दे दी तो बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना ने सबको डॉक्टर बना दिया है।

12.35 पर पहुंचे बीएसए कार्यालय

बेसिक शिक्षामंत्री दोपहर 12.35 बजे बीएसए कार्यालय पहुंचे और पहले कर्मचारियों की उपस्थिति देखी। इसके बाद बार-बारी से सभी कमरों का इंस्पेक्शन किया। यहां मरम्मत और पेंटिंग का कार्य चल रहा था उसे देखने के बाद लेखाधिकारी कार्यालय पहुंचे और नए रिटायर्ड टीचर्स के पेंशन को लेकर की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। पहले तल पर पहुंच नियुक्ति पटल सहायक अजय सिंह से अब तक बर्खास्त टीचर्स के बारे में पूछने के साथ ही जांच में निलंबित चल रहे टीचर्स के विरुद्ध कार्रवाई में लेट का कारण भी पूछा। इस पर पटल सहायक ने बताया कि खंड शिक्षाधिकारी स्तर से जांच में लेट किया जा रहा है। बीएसए कार्यालय के छत पर जाकर भवन का जायजा लिया। इस पर वहां मौजूद अधिकारियों ने बताया के भवन के मरम्मत के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जिस पर उन्होंने शीघ्र ही धन अवमुक्त कराने की बात कही।

पहुंचे एडी बेसिक कार्यालय

इसके बाद मंत्री एडी बेसिक कार्यालय पहुंचे। यहां सब ठीक मिला। यहां से डायट कार्यालय पहुंचे और डीएलएड प्रशिक्षुओं के लिए निर्माणाधीन प्रशिक्षण कक्ष का जायजा लिया। अंत में बेसिक शिक्षामंत्री कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय खोराबार पहुंचे। यहां कमरों में बिस्तर लगा देख उन्होंने कहा कि जब लड़कियां नहीं है तो बिस्तर क्यों लगा है। विद्यालय की छत से पानी टपकते देख उन्होंने मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजने को कहा। निरीक्षण के दौरान डीआइओएस ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, एडी बेसिक डॉ। एसपी त्रिपाठी, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी एसके श्रीवास्तव, जिला समन्वयक बालिका शिक्षा विवेक जायसवाल, ज्ञान प्रकाश राय, दीपक पटेल आदि मौजूद रहे।