गोरखपुर (निखिल तिवारी)।साथ ही महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट व नालियों की सफाई के साथ ही नए सेफ्टी टैंक्स भी बनाने होंगे। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में रैंकिंग सुधरने के बाद गोरखपुर निगम अब प्रदेश में नंबर वन बनने के लिए जुट गया है।

वेस्ट मैनेजमेंट पर फोकस

नगर निगम का इस बार सबसे ज्यादा फोकस वेस्ट मैनेजमेंट पर है। इसके लिए सिटी में कूड़ा उठाने के लिए अलग-अलग डस्टबिन लगाए गए हैं, जिसमें सूखा और गीला कचड़ा अलग किया जाता है। सूखे कचड़े को रिसाइकिल करके बेचा जाता है और गीले कचड़े को कम्पोस्ट करके गैस या फिर खाद बनाया जाता है। सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग पाने के लिए सिटी को गार्बेज फ्री होना जरूरी है।

प्रोसेसिंग पर बढ़े नंबर

स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में वेस्ट प्रोसेसिंग और डिस्पोजल पर नंबर बढ़ाए गए हैं। इस बार सर्विस लेवल प्रोग्रेस में 4525 माक्र्स, सर्टिफिकेशन पर 2500 माक्र्स और सिटीजन वॉयस पर 2475 माक्र्स मिलने हैं। पिछली बार की तुलना में इस बार फील्ड असेसमेंट पर काफी ध्यान दिया जा रहा है। इसके तहत वेस्ट मैनेजमेंट और क्लीन वॉटर पर नगर निगम का फोकस है। इस प्रोसेसिंग और डिस्पोजल पर 1830 माक्र्स हैं।

पब्लिक से ले रहे आइडिया

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 चार फेज में हो रहा है। इसमें सभी क्वार्टर के लिए अलग-अलग टास्क है। अभी तीसरा क्वार्टर चल रहा है, जिसमें फील्ड असेसमेंट और सिटीजन वैलिडेशन सबसे बड़ा टास्क है। इसके तहत गोरखपुर को सर्वेक्षण में अच्छे नंबर मिले इसके लिए पब्लिक से भी आइडिया लिया जा रहा है। उनसे आइडिया लेकर शासन को भेजा जाएगा उसके बाद मंजूरी मिलने पर उसको इंप्लीमेंट भी किया जाएगा।

पहले शुरू हुआ सिटीजन फीडबैक

स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में एक बड़ा बदलाव हुआ है। सिटीजन फीडबैक का। इस बार सिटीजन फीडबैक 1 अक्टूबर से ही लिया जा रहा है। बता दें कि सर्वेक्षण में अच्छे माक्र्स पाने के लिए पब्लिक का फीडबैक बहुत जरूरी होता है। इस बार सिटीजन फीडबैक पर 600 माक्र्स निर्धारित हैं। पब्लिक फीडबैक माई जीओवी एप, स्वच्छ सर्वेक्षण-2023, 1969 हेल्पलाइन, क्यू आर कोड बेस्ट फीडबैक, एसएस2023 पोर्टल और स्वच्छता एप से लिया जाएगा।

यूज्ड वॉटर मैनेजमेंट पर है फोकस

स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छे माक्र्स पाने के लिए यूज्ड वॉटर का सही मैनेजमेंट होना बहुत जरूरी है। इसके लिए नगर निगम की ओर से सिटी में नए पब्लिक टॉयलेट बनाए जा रहे है। महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट बने हैं। वहीं, नालियों की सफाई के साथ ही नए सेफ्टी टैंक्स भी बनाए जा रहे हैं।

9500 प्वाइंट्स का ऐसे होगा बंटवारा

4525 प्वाइंट सर्विस लेवल प्रोग्रेस के लिए

2500 प्वाइंट सर्टिफिकेशन के लिए

2475 प्वाइंट सिटीजन वॉयस के लिए

स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में गार्बेज फ्री सिटी पर काफी फोकस किया जा रहा है। सेग्रीगेटेड कलेक्शन और प्रोसेसिंग एंड डिस्पोजल पर इस बार काफी माक्र्स मिलने हैं। अच्छे माक्र्स के लिए अभी पब्लिक से भी आइडिया लिया जा रहा है।

डॉ। मणिभूषण तिवारी, सहायक नगर आयुक्त