- मार्च से शुरू हो रहा शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण

- बाहर की टीम शहर का करेगी सर्वे

- नगर निगम की लापरवाही कहीं ले ना डूबे रैंक

GORAKHPUR: नगर निगम का मिस मैनेजमेंट कहीं शहर की रैकिंग ना बिगाड़ दे। मार्च से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू हो रहा है। इस महीने में सर्वेक्षण की टीम कभी भी शहर में आकर डेरा डाल सकती है। बिना बताए किसी भी कॉलोनी में जाकर टीम जांच भी करेगी। सबकुछ जानने के बाद भी नगर निगम के जिम्मेदार अंजान बने बैठे हैं। शहर के अहम इलाकों में लापरवाही का वह आलम है कि लोग परेशान हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि अव्वल आना तो दूर इस बार रैकिंग पिछली बार से भी पीछे हो सकती है। रविवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने केवल सिविल लाइन, गोलघर, पार्क रोड और काली मंदिर एरिया का जायजा लिया। जहां पर अव्यवस्था नजर आई।

पॉश कालोनी में पसरी गंदगी

- सबसे पहले टीम अबेंडकर चौराहे पर पहुंची तो वहां मेन चौराहे पर ही एक बड़ा नाले का एक बड़ा होल खुला हुआ है।

- इसके बाद सिविल लाइन पहुंची तो वहां पर जाम नालियां और जगह-जगह गंदगी का अंबार नजर आया।

- इसी तरह सिटी मॉल के सामने ही बड़ा नाला खतरे को दावत दे रहा है और वहां पर कूड़ा भी बिखरा हुआ था।

- काली मंदिर के पास तो फुटपाथ बना दिया, लेकिन काफी दिनों से एक बिजली का पोल ढेर सारे तार लपेटे सड़क पर पड़ा हुआ है।

- नार्मल के आस-पास नाले प्लास्टिक और गंदगी से बजबजा रहे थे। जिसे देख कर लग रहा था कि यहां कभी सफाई नहीं होती है।

सीधे कालोनियों में पहुंचेगी टीम

स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में कुछ बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों में से एक सर्वेक्षण के लिए आने वाली टीम से जुड़ा है। स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरुआत से ही सर्वेक्षण टीम नगर निकायों में आती है। निकायों की ओर से उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों की सत्यता मौके पर जाकर जांच करती है। अक्सर टीम आने से पहले संबंधित निकाय के अधिकारियों से संपर्क करते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। इस बार टीम निकाय के किसी अधिकारी कर्मचारी से संपर्क करने के बजाए सीधे कॉलोनियों में पहुंचकर सफाई व्यवस्था के हालात का जायजा लेगी।

जांच में सही मिला तो मिलेंगे 2400 अंक

- इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 6 हजार अंकों का है।

- पहले प्रत्येक भाग 1500 अंकों का था लेकिन इस बार दो भाग 1800 और एक भाग 2400 अंकों का है।

- दो क्वार्टर में ऑन कॉल ऑब्जर्वेशन 600 -600 अंकों का है।

- तीसरे क्वार्टर में टीम आकर जांचकर करेगी इसके 1200 अंक है।

- ये टीम 1 मार्च से 28 मार्च के बीच नगर निकायों में आएगी।

- शहरवासियों के सकारात्मक जवाब से ही अच्छे मिलेंगे। पब्लिक फीडबैक पर 600 नम्बर मिलेंगे।

कुछ ऐसे सवाल -

- शहरवासियों से पूछा जाएगा कि सफाई की स्थिति कैसी है?

- ऑटो टिपर आता है या नहीं?

- गीला और सूखा कचरा अलग अलग एकत्रित किया जाता है या नहीं?

- कचरा लेने वाला यूनिफॉर्म में आता है या नहीं?

नंबर का स्वच्छता सर्वेक्षण-6000

नंबर रखे गए पब्लिक फीडबैक पर-600

जनवरी से खोल दिया गया है पोर्टल-03

सिटी की 2019 में स्वच्छता रैकिंग थी-226

सिटी की 2020 में स्वच्छता रैकिंग थी- 82

इस बार होगा स्वच्छता सर्वेक्षण-2021

शहर की आबादी- 10 लाख

वार्ड की संख्या- 70

नगर निगम एरिया में डेली साफ-सफाई हो रही है। कहीं भी कम्प्लेन आने पर उसे दूर कराया जाता है। इस समय निगम की टीम सफाई की चेकिंग भी करती है।

डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त