गोरखपुर (ब्यूरो)। वहीं सात दिसंबर को इनका इनॉगरेशन पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों होगा। इसको लेकर एम्स ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।

जून 2021 में शुरू हुई आईपीडी

एम्स में निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। वहीं ओपीडी में मरीज देखे जा रहे हैं तो आईपीडी में मरीजों को भर्ती किए जाने का सिलसिला जून 2021 में शुरू हो गया। गंभीर मरीजों में कैंसर के पेशेंट्स के लिए कैंसर रोग डिपार्टमेंट का संचालन शुरू कर दिया गया है। इस डिपार्टमेंट में हेड एंड नेक क्लीनिक की शुरुआत हो चुकी है। एम्स की कार्यकारी निदेशक डॉ। सुरेखा किशोर ने बताया कि कैंसर के मरीजों के लिए प्रत्येक शुक्रवार की दोपहर बाद दो बजे से शाम 4 बजे तक क्लीनिक का संचालन होता है।

रेडियोथेरेपी के लिए डुअल एनर्जी मशीन

उन्होंने बताया कि मरीजों की रेडियोथेरेपी पहले से ही जारी है। बहुत जल्द 18 करोड़ रुपए लागत की डुअल एनर्जी की रेडियोथेरेपी मशीन भी लगा दी जाएगी। इसके लिए ऑर्डर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा डिपार्टमेंट में ब्रेकीथेरेपी मशीन भी लगाई जाएगी। जो स्तन और ओरल कैंसर के मरीजों की सेंकाई में मददगार साबित होगी। प्रभावित अंग की सही जगह लोकेशन का पता लगाने के लिए सीटी सेम्यूलेटर भी मंगाई जाएंगी। यह सभी मशीनें जर्मनी और स्विट्जरलैंड से आएंगी।

बिहार व नेपाल के मरीजों को मिलेगा लाभ

एम्स पूरी बनकर तैयार हो चुका है। इसका फायदा पूर्वांचल, बिहार और नेपाल के लोगों को मिलेगा। पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों इनॉगरेशन के बाद एम्स पूरी तरह से लोगों के इलाज के लिए तैयार हो जाएगा। कूड़ाघाट स्थित एम्स का इनॉगरेशन पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों सात दिसंबर को प्रस्तावित है। इसको लेकर एम्स प्रशासन व जिला प्रशासन की तरफ से तैयारियां जोर-जोर से चल रही है। जो थोड़े बहुत कार्य बाकी है। इसके लिए निर्माण कार्य करा रही एलएनटी व हाइट्स कंपनियों के अधिकारियों को डीएम विजय किरण आनंद ने आवश्यक निर्देश दे दिए हैं।

एम्स में सुविधाएं

- एम्स में बने 300 बेड के अस्पताल व 14 ऑपरेशन थियेटर पूरी तरह तैयार हैं।

- एम्स में कुल 56 टीचर्स-डॉक्टर पहले से ही तैनात है।

- मरीजों के इलाज के लिए 127 डॉक्टर्स का सेलेक्शन।

- इसमें से 10 डाक्टर ने किया ज्वाइन।

- एमबीबीएस स्टूडेंट्स की पढ़ाई शुरू

फैक्ट फीगर

- एम्स का शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी ने 22 जुलाई 2016 को किया था।

- एम्स के निर्माण के दौरान ही ओपीडी का उद्घाटन 24 फरवरी 2019 को किया गया था।

- इस समय 16 डिपार्टमेंट का आउट डोर पेंशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) शुरू हो चुका है।

- सामान्य मरीजों को एडमिट कर उनका ऑपरेशन व इलाज भी इस साल 14 जून से शुरू हो चुका है।

इन फैसिलिटी का मिलेगा लाभ

- एम्स में इलाज शुरू करने के साथ ही सीटी स्केन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड शुरू कर दिया जाएगा।

- इसी महीने डिजिटल एक्सरे मशीन भी मंगा ली जाएगी।

- साथ ही हिमैटोलाजी ओपीडी शुरू कर दी जाएगी।

- हीमोफीलिया मरीजों की भी जांच कर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

एम्स में ओपीडी और आईपीडी दोनों ही शुरू हो चुकी है। गंभीर मरीजों के इलाज के लिए स्विटरजलैैंड और जर्मनी से मशीनें आ चुकी हैैं। कैंसर मरीजों के इलाज में काफी मदद मिलेगी। सात दिसंबर को होने वाले इनाग्रेशन की तैयारियां हमारी तरफ से जारी है।

डॉ। सुरेखा किशोर, कार्यकारी निदेशक, एम्स