- दर्शन के लिए आईआरसीटीसी ने जारी किया शेड्यूल

- 16 फरवरी से शुरू होगी यात्रा, जुड़ेंगे तीन ज्योर्तिलिंग

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

काशी विश्वनाथ से महाकाल तक दर्शन करने के लिए आईआरसीटीसी तेजस ट्रेन चलाने की तैयारी में है। 16 फरवरी को देश की तीसरी कारपोरेट ट्रेन काशी-महाकाल एक्सप्रेस वाराणसी से इंदौर के लिए रवाना होगी। प्रयागराज के इलाहाबाद जंक्शन और लखनऊ होते हुए काशी-महाकाल एक्सप्रेस बाबा विश्वनाथ, महाकाल और ओमकारेश्वर के दरबार तक जाने के लिए डायरेक्ट ट्रेन होगी। आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन का कामार्शियल रन 20 से शुरू किया जाएगा। ट्रेन के संचालन के लिए रेलवे भी अपनी तैयारियों में जुटा है। काशी महाकाल की एक्सप्रेस की बुकिंग खुलने के 24 घंटे बाद ही 75 परसेंट सीटें बुक हो गई। 20 फरवरी को ट्रेन के कामार्शियल रन के लिए 242 बर्थ बची रह गई थी।

बर्थ के साथ मिलेगी चेयरकार की सुविधा

दो तेजस ट्रेने नई दिल्ली-लखनऊ और मुंबई-अहमदाबाद के बीच चल रही है। इनके संचालन में सफलता मिलने के बाद आईआरसीटीसी ने पीपीपी के तहत तीसरी तेजस ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। तीसरी तेजस काशी महाकाल एक्सप्रेस पहली बार 16 फरवरी को वाराणसी से प्रस्थान करेगी। आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने बताया कि काशी-महाकाल एक्सप्रेस सुपरफास्ट एयरकंडीशंड ट्रेन है। इसमें बैठने की सुविधा के साथ-साथ स्लीपर बर्थ की सुविधा भी है।

तीन ज्योर्तिलिंग के सीधे कर सकेंगे दर्शन

आईआरसीटीसी संचालित काशी महाकाल एक्सप्रेस तीन महत्वपूर्ण ज्योर्तिलिंग को जोड़ेगी। काशी-विश्वनाथ, खंडवा स्थित ओमकारेश्वर महादेव और उज्जैन के महाकालेश्वर का दर्शन कराएगी। यात्रा के दौरान यह ट्रेन इंदौर और मध्य प्रदेश के भोपाल को ट्रेन जोड़ेगी। ट्रेन का रूट वाराणसी, सुल्तानपुर, प्रयागराज- इलाहाबाद, लखनऊ, कानपुर, झांसी, बीना, संत हीरानगर, उज्जैन और इंदौर का होगा।

ट्रेन में मिलेंगी यह सुविधाएं

वाराणसी और इंदौर के बीच ट्रेन हफ्ते में तीन दिन चलेगी।

ट्रेन में बेस्ट क्वालिटी का वेज मील मुहैया कराया जाएगा।

पैंसेजर्स के लिए बेडरोल और हाउस कीपिंग सर्विस उपलब्ध रहेगी। ट्रेन में सवार हर पैंसेजर का 10 लाख रुपए का यात्रा कवर भी होगा।

वर्जन

काशी महाकाल एक्सप्रेस चलाने के संबंध में तैयारी पूरी कर ली गई है। इस संबंध में पैंसेजर्स को जानकारी दी जा रही है। 16 फरवरी को ट्रेन का संचालन शुरू होगा। इसके जरिए तीन ज्योर्तिलिंग के सीधे दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे।

अश्वनी श्रीवास्तव, चीफ रीजनल मैनेजर आईआरसीटीसी लखनऊ