- गोरखपुराइट्स अभी इलेक्ट्रिक बस के लिए सितंबर तक का करना होगा इंतजार

- 25 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए चार्जिग स्टेशन के निर्माण कार्य

- दिसंबर 2020 से शुरू हुआ था निर्माण कार्य, 30 जुलाई 2021 तक पूरा करने का टारगेट

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: गोरखपुराइट्स को सिटी में इलेक्ट्रिक बसों में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। लोकल सफर में अभी उनकी अड़चने दूर नहीं हो पाएंगे। सिंतबर तक सुविधा शुरू होने की उम्मीद है। बता दें कि नगरीय परिवहन प्रणाली के तहत शासन ने गोरखपुर सिटी में 25 इलेट्रिक्स बसों के संचालन की मंजूरी मिल चुकी है। कार्यदायी संस्था सीएनडीएस (जल निगम) बसों की चार्जिंग के लिए महेसरा में चार्जिग स्टेशन का निर्माण कार्य की सुस्ती से चल रहा है। इसकी वजह से अब तक सुविधा मिली नहीं शुरू हो पाई है।

6246 वर्ग मीटर में निर्माण

सिटी में चलने वाली बसों के लिए जंगल बहादुर अली महेसरा में करीब 6246 वर्ग मीटर एरिया में चार्जिग स्टेशन बनाया जा रहा है। इसके लिए शासन ने सीएंडीएस (जल निगम)कार्यदायी को 11.43 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए हैं। इसमें 5.59 करोड़ रुपए बिजली का कनेक्शन का भी शामिल है। शासन ने 30 जुलाई 2021 तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन अभी सिर्फ बाउंड्री वॉल और बिल्डिंग ही खड़ी हो सकी है। फिनिशिंग आदि का काम अभी बचा है।

पैसा पूरा फिर भी काम अधूरा

- शहर के 25 इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिग स्टेशन निर्माण के लिए शासन की तरफ से 11.43 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए।

- जिसमें से 9.09 करोड़ रुपए कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस को प्राप्त कराया जा चुका है।

- अभी तक चार्जिग स्टेशन के निर्माण पर करीब 7.44 करोड़ रुपए खर्च हो गए हैं।

- कार्यालय भवन निर्माण कार्य प्रारंभ करने की तिथि 15 दिसंबर 2020 है और कार्य पूरा करने की समयसीमा जुलाई 2021 हैं।

- निर्माण कार्य की सुस्त रफ्तार होने के कारण भौतिक प्रगति 50 परसेंट ही है।

- परियोजना के विद्युतिकरण के लिए भी जल निगम को रकम मिल चुका है।

- कार्यदायी संस्था और विद्युत विभाग से समन्य न किए जाने के कारण प्रगति कार्य शून्य है।

- आलम यह है विभाग के रूचि न लेने की वजह से कार्य की रफ्तार में तेजी नहीं पकड़ रही है।

- शासन की ओर से 30 जुलाई 2021 तक निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए गए।

- अभी तक 50 परसेंट भी कार्य नहीं हो पाया है।

रूट भी कर चुके हैं तैयार

निर्धारित दो रूटों पर 12-13 बसें सुबह सात से रात के नौ बजे तक चलाई जाने के लिए स्टापेज भी तय किए गए हैं। लेकिन अभी बस शेल्टर भी नहीं बन सके हैं।

रानीडीहा-काली मंदिर, झुंगिया (रूट-1)

रानीडीहा तिराहा, एमएमएमयूटी, कूड़ाघाट, गुरुंग तिराहा, आरकेबीके, मोहद्दीपुर चौराहा, यूनिवर्सिटी चौराहा, रोडवेज बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, ट्रैफिक तिराहा, काली मंदिर, पटेल चौराहा, धर्मशाला फ्लाईओवर, असुरन चौक, एचएन सिंह चौराहा, राप्तीनगर चौराहा, खजांची चौराहा, मुगलहा पेट्रोल पंप, मेडिकल कॉलेज, झुंगिया गेट, झुंगिया चौराहा तक।

नौसड़-धर्मशाला-महेसरा (रूट-2)

नौसड़, खजांची रोड, ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी, महेवा मंडी, रुस्तमपुर, दाउदपुर, पैडलेगंज, छात्रसंघ चौराहा, यूनिवर्सिटी चौराहा, रोडवेज बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, ट्रैफिक तिराहा, धर्मशाला बाजार चौराहा, तरंग क्रासिंग, गोरखनाथ फ्लाईओवर, गोरखनाथ थाना, गोरखनाथ चिकित्सालय, इंडस्ट्रियल स्टेट रोड, बरगदवा तिराहा, महेसरा डिपो तक

इलेक्ट्रिक बसों के लिए बनाए जा रहे चार्जिग स्टेशन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। छह माह में बिल्डिंग तैयार करवा दी गई है। अभी कुछ कार्य और बाकी है। सितंबर तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।

- केएम सिंह, आई यूनिट 42 सीएंडीएस

बाउंड्रीवाल, बिल्डिंग, मेंटिनेंस सेड का कार्य भी पूरा हो गया है। कार्य प्रगति पर है। बिजली कनेक्शन के लिए बिजली विभाग से भी संपर्क किया जा रहा है। बारिश और कोविड के कारण निर्माण कार्य में दिक्कत आ रही है। बारिश की वजह से निर्माण स्थल तक गाडि़यां नहीं पहुंच पा रही हैं। हमारा पूरा प्रयास हैं कि जल्द से जल्द कार्य करवाया लिया जाए।

- संदीप चौरसिया, सहायक अभियंता, (सीएंडीएस) जल निगम