गोरखपुर (ब्यूरो).नगर निगम की महिला सफाई कर्मचारी सुनीता देवी पैडलेगंज से मोहद्दीपुर जाने वाली रोड पर सफाई कर रही थी। पैडलेगंज मोड पर उन्हें एक सोने की चेन मिली। उन्होंने ईमानदारी का परिचय देते हुए अपने सफाई निरीक्षक को इसकी सूचना दी। इस बात की जानकारी जब नगर आयुक्त अविनाश सिंह को मिली तो उन्होंने तत्काल सुनीता को कार्यालय बुलाया। इस दौरान बताया गया कि तीन बच्चों की मां सुनीता निर्धन है और चेन मिलने पर उसने नगर आयुक्त को सौंपने की इच्छा जाहिर की। उसकी ईमानदारी से खुश होकर नगर आयुक्त ने उसे 3000 हजार रुपए देकर सम्मानित किया। चेन नगर आयुक्त कार्यालय में जमा कर दी गई है। जो भी उसका असली मालिक होगा, उसे बिल और चेन सहित फोटोग्राफ दिखाने चेन लौटा दी जाएगी।

महिला कांस्टेबल ने लौटाए 12 हजार रुपए

30 अप्रैल को सहजनवां, साहबगंज कस्बा निवासी दयाशंकर शर्मा (64) बैंक में रुपए निकालने गए। वहां से 12 हजार रुपए लेकर वह घर जा रहे थे। उनका पैसा रास्ते में कहीं खो गया। वह घर पहुंचे तो देखा कि उनके रुपए गायब हैं। बैंक में चेकिंग के दौरान पहुंची महिला कांस्टेबल किरन मल्होत्रा को रुपए मिले थे। उन्होंने पीडि़त के बारे में जानकारी जुटाकर रुपए लौटा दिए।

2.50 लाख पाकर मुस्कुराए डॉक्टर दंपति

14 अप्रैल को हरपुर बुदहट में तैनात प्रशिक्षु दरोगा प्रवीण कुमार और नितेश वर्मा देवीपाटन मंदिर, तुलसीपुर से लौट रहे थे। सिकरीगंज रोड पर दोनों दरोगाओं को एक लावारिस हाल में बैग मिला, जिसमें दो लाख 70 हजार 457 रुपए, महंगी घड़ी, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ज्वेलरी सहित अन्य सामान थे। पुलिस टीम ने मोबाइल नंबर की छानबीन करके बैग ऑनर स्तुति सिंह और उनके पति सुशील कुमार को थाने पर बुलाकर बैग सौंप दिया। बैग पाकर डॉक्टर दंपति के चेहरे पर मुस्कान लौट आई।

ट्रैफिक पुलिस ने लौटाया लैपटॉप

बीती 24 फरवरी को खजांची चौराहा पर ड्यूटी के दौरान आरक्षी चंद्रभान शाह को एक बैग मिला था, जिसमें लैपटॉप और कुछ आवश्यक दस्तावेज थे। बैग के मालिक अंकित यादव बेल्थरा रोड बलिया को गोरखपुर एसपी ट्रैफिक कार्यालय बुलाया गया। एसपी ट्रैफिक एमपी सिंह ने स्वयं लैपटॉप लौटाया।