- बुधवार को तीन फर्जी शिक्षक निलंबित, एक बर्खास्त

-तेजी से चल रही टीचर्स के डॉक्यूमेंट की जांच

GORAKHPUR: फर्जी अंकपत्र पर नौकरी के आरोप में बुधवार को जहां तीन टीचर्स को निलंबित कर दिया गया। वहीं, वेरिफिकेशन में बीटीसी की मार्कशीट फर्जी पाए जाने पर बेसिक शिक्षा विभाग ने एक शिक्षक को बर्खास्त कर दिया। निलंबित टीचर्स को बीआरसी से संबद्ध करते हुए जांच संबंधित विकासखंड के खंड शिक्षाधिकारियों को सौंपी दी गई है।

वेरिफिकेशन में पकड़ाया फर्जीवाड़ा

निलंबित टीचर्स में जिले के उरुवा विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय इमलीडीह बुजुर्ग में बतौर सहायक अध्यापक तैनात संतोष कुमार तिवारी के विरुद्ध मानस विहारी कॉलोनी पादरी बाजार निवासी मनोज कुमार तिवारी ने प्रभारी अधिकारी शिकायत से फर्जी अंकपत्र पर नौकरी करने की शिकायत की थी। जांच में वर्ष 2011 के यूपी टीईटी के अंकपत्र के ऑनलाइन सत्यापन में पाया गया कि इनके द्वारा फर्जी अंकपत्र तैयार कर नौकरी हासिल की गई है। पहली बार में ही आरोप पुष्ट होने पर इन्हें निलंबित कर बीआरसी से संबद्ध करते हुए आरोपों की जांच खंड शिक्षाधिकारी उरुवा को सौंपी दी गई है।

सेवानिवृत्त की थी मांग

दूसरी निलंबित टीचर सेता रानी विश्वास पुत्री स्व। सहदेव चंद्र विश्वास गगहा ब्लॉक के ढरसी में बतौर प्रधानाध्यापक तैनात हैं। 20 जनवरी को इन्होंने स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति की मांग की थी। जब इनके अंकपत्रों का संबंधित संस्थानों से सत्यापन कराया गया तो पाया गया कि बीटीसी वर्ष 1983 अनुक्रमांक 2440 कार्यालय के अभिलेखानुसार संपूर्ण योग 407 है। जबकि जमा अंकपत्र पर योग 460 अंकित है। अंक बढ़ाकर फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर नौकरी करने के आरोप में इन्हें निलंबित किया गया है। जबकि तीसरी निलंबित टीचर चित्रलेखा सिंह पुत्री हंसनाथ सिंह जो भटहट ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय रतनपुर में सहायक अध्यापक के रूप में तैनात हैं। इनके प्रमाण पत्रों के जांच में पाया गया कि बीटीसी प्रशिक्षण 2008 के चयन के समय आवेदन की अंतिम तिथि 20 फरवरी के बाद 9 मार्च को जारी विकलांगता प्रमाण पत्र के आधार पर कूटरचित कर प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। इसी आधार पर वर्ष 2010 में देवरिया में सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी पा ली गई। वर्तमान में अंतरजनपदीय स्थानांतरण के पश्चात गोरखपुर में बतौर टीचर कार्यरत थी। पहली बार में ही आरोप सिद्ध होने पर बीएसए ने इन्हें निलंबित कर बीआरसी से संबद्ध करते हुए आरोपों की जांच खंड शिक्षाधिकारी भटहट को सौंप दी है।

बर्खास्त शिक्षक का बीटीसी का अंकपत्र मिला फर्जी

जिले के जंगल कौडि़या ब्लाक के पूमावि अवई पाकड़ में तैनात सहायक अध्यापक सुरेश कुमार सिंह पुत्र रामप्रीत सिंह के बीटीसी वर्ष 1994 के अंकपत्रों के सत्यापन में अंकपत्र फर्जी पाया गया। इसी प्रमाण पत्र के आधार पर इन्होंने उस दौरान बांसगांव ब्लाक के प्रावि लेडुआबारी में नियुक्ति पा ली थी। खंड शिक्षाधिकारी की जांच आख्या के आधार पर बीएसए बीएन सिंह ने बर्खास्त कर दिया। जनपद में फर्जी अंकपत्र के सहारे नौकरी करने पर अब तक 55 टीचर्स बर्खास्त हो चुके हैं वहीं अभी भी 31 निलंबित टीचर के विरुद्ध जांच चल रही है।