GORAKHPUR: डीएम के प्रयास से भलोटिया में 250 वॉयल रेमेडिसिविर इंजेक्शन के आते ही मार्केट में लूट मच गई। देर शाम होते ही रेमडेसिविर इंजेक्शन समाप्त हो गया। जबकि फेबिफ्लू टैबलेट के लिए देर शाम तक स्टॉकिस्ट की दुकानों पर भीड़ लगी रही। भीड़ की वजह से मार्केट में कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ती रहीं। मगर वहां के दुकानदार भी व्यवस्था को संभालने में नाकाम नजर आए।

एक्स्ट्रा ले जा रहे हैं स्टॉकिस्ट

फेबिफ्लू टैबलेट के थोक दवा व्यापारी ऋषि बताते हैं कि उनके पास फेबिफ्लू के करीब 14 स्टाकिस्ट हैं। लेकिन दुर्भाग्य इस बात का है कि कंपनी से ही माल नहीं मिल सका, जिसकी वजह से सभी को लौटाना पड़ रहा है। जब माल आ रहा है तो जिस रिटे‌र्ल्स को एक या दो डब्बा चाहिए तो वह एक्स्ट्रा भी ले जा रहा है। फेबिफ्लू में 200, 400 व 800 एमजी की टैबलेट आ रही है। इस वक्त केवल कंपनी में 400 एमजी वाली स्ट्रेंथ है। जो हम सभी के पास आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 34 गोली का एक पत्ता होता है। एक व्यक्ति की डोज दो पत्ते की होती है। अगर 400 एमजी का यूज कर रहा है तो, लेकिन 10-10 पत्ते मांग रहे हैं। जो इसका थोक रेट है उसी रेट पर रिटेलर्स को सेल किया जा रहा है, एक रुपए एक्स्ट्रा नहीं लिया जाता है। किसी प्रकार की कोई ब्लैक मार्केटिंग नहीं है।

भलोटिया में फेबिफ्लू और रेमडिसिविर के जितने भी स्टॉकिस्ट हैं, उन सभी पर पैनी नजर है। अगर कहीं से कोई भी ओवर चार्जिग करता है तो वह सीधे मेरे पास शिकायत दर्ज कराएं। सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- अभिनव रंजन श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट