-सीएम की फोटो लगाकर लोगों को दिलाया भरोसा

-12 करोड़ रुपए का कारोबार समेटकर फरार हुए जिम्मेदार

GORAKHPUR: शेयर और कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्ट करने की कंपनी खोलकर जालसाजों ने सैकड़ों लोगों के लाखों रुपए की चपत लगा दी। गोरखपुर ब्रांच से करीब 12 करोड़ रुपए का कारोबार कर कंपनी के जिम्मेदार फरार हो गए। जमाकर्ताओं की रकम डूबने से परेशान एजेंट्स कार्रवाई की मांग को लेकर दर-ब-दर भटक रहे हैं। पीडि़त का कहना है कि कंपनी के मुखिया ने सीएम संग अपनी एक फोटो दिखाकर लोगों को भरोसे में लिया था। मामले की जानकारी सामने आने पर पुलिस अधिकारियों ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि लॉकडाउन के कारण पुलिस की जांच पूरी नहीं हो सकी।

ज्यादा लाभ देने का झांसा देकर लुभाए ग्राहक

शाहपुर, शास्त्रीनगर लता कुंज मोहल्ला निवासी सदानंद पांडेय ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर मामले से अवगत कराया है। बताया कि उनके परिचित सिकरीगंज के जय प्रकाश और गोंडा जिले के कोमल पांडेय ने कंपनी के बारे में जानकारी दी। बताया कि कस्टमर के नाम से एकाउंट खोलकर 300 रुपए प्रति एकाउंट लिया जाएगा। एकाउंट खुलने के बाद नकदी को फर्म के विभिन्न एकाउंट्स में जमा कराया जाता था। 10 हजार से पांच लाख रुपए जमा कराने पर एजेंट्स को चार प्रतिशत, पांच लाख से ज्यादा रकम होने पर साढ़े पांच प्रतिशत हर माह लाभ देने के साथ-साथ एक साल पूरे होने पर 16 प्रतिशत से लेकर 20 प्रतिशत देने का आश्वासन दिया गया। कंपनी के अधिकारियों ने सभी को बताया कि कंपनी शेयर और कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग करती है। घाटे या मुनाफे से जमाकर्ता का कोई लेना देना नहीं है। निर्धारित ब्याज दर हर माह मिलती रहेगी। जबकि कस्टमर जब चाहेंगे तो एक हफ्ते के भीतर अपना जमा रुपया भी निकाल सकेंगे।

12 करोड़ रुपए का बिजनेस करके हुए फरार

कंपनी के झांसे में आकर एजेंट्स ने अपने तमाम परिचितों के एकाउंट खुलवाए। कंपनी ने कुल 12 करोड़ रुपए का कारोबार गोरखपुर में किया। दिसंबर तक कंपनी के अधिकारी सभी एजेंट्स और ग्राहकों का भुगतान करते रहे। इसके बाद अचानक ही कंपनी का नाम और ऑफिस बदल दिया। इसके कुछ दिनों के कंपनी लापता हो गई। तभी से इंवेस्टर्स कार्रवाई के लिए थानों का चक्कर लगा रहे हैं। लोगों का कहना है कि मीटिंग और सेमिनार में यूपी गवर्नमेंट का संरक्षण प्राप्त होने और सीएम की फोटो दिखाकर लोगों को लुभाया जाता था। कंपनी के लोगों ने पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, लखनऊ सहित कई जगहों पर धोखाधड़ी की है। पीडि़तों ने कंपनी से जुड़े अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की गुहार सीएम से लगाई है।

ये बरतें सावधानी

शहर में पूर्व में कई फाइनेंस कंपनियां लोगों के रुपए लेकर फरार हो चुकी हैं। किसी कंपनी में इनवेस्ट करने के पहले उसके बारे में पूरी पड़ताल जरूर करें।

अधिक लाभ के चक्कर में किसी ऐसी कंपनी के एजेंट्स के झांसे में कतई न आएं।

उन कंपनियों में इनवेस्टमेंट करें जिनके बारे में सही और तथ्यपरक जानकारी हो।

इस मामले की शिकायत सामने आई है। इसकी जांच की गई है। लॉकडाउन के कारण कंपनी का ऑफिस बंद है। इस संबंध में बाराबंकी कोतवाली, लखनऊ के विभूतिखंड सहित कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं। आर्थिक अपराध शाखा भी मामले की जांच कर रही है। लॉकडाउन के कारण शिकायतकर्ता और आरोपी की तथ्यपरक जांच नहीं हो पा रही है। कोई सबूत सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।

अरविंद सिंह, चौकी इंचार्ज, मोहद्दीपुर