- आज निकाला जाएगा पांचवीं मोहर्रम का जुलूस

- इमामबाड़ा इस्टेट के मुतवल्ली अदनान फर्रुख अली शाह ने की शांति से जुलूस निकालने की अपील

GORAKHPUR : मोहर्रम के त्योहार को शांतिपूर्वक सम्पन्न हो इसके लिए पहल शुरु हो चुकी है। इसके लिए इमामबाड़ा इस्टेट के मुतवल्ली और सज्जादानशीं अदनान फर्रुख अली शाह 'मियां साहब' ने गोरखपुर की आवाम से अपील की है कि मोहर्रम और दुर्गापूजा के मौके पर आपसी सौहार्द और एकता की मिसाल पेश करें। पत्रकारों से रूबरू होते हुए मियां साहब ने कहा कि शांतिपूर्वक तरीके से एक दूसरे को सहयोग प्रदान करें और मजे के साथ त्योहार मनाएं।

नए शेड्यूल का पालन हो

मियां साहब ने कहा कि दुर्गापूजा और मोहर्रम का पर्व एक साथ पड़ा है। इसको शांतिपूर्ण और सकुशल खत्म कराने के लिए जिला प्रशासन और शहर के जिम्मेदार लोगों ने मिलकर आम सहमति से जुलूस के निर्धारित वक्त को चेंज किया है। तमाम अखाड़े इसका पूरी तरह से पालन करें। उन्होंने कहा कि जिन इमामबाड़ों/इमाम चैक का जुलूस मोहर्रम की सातवीं को है उनसे अपील है कि दिन के जुलूस शाम चार बजे तक खत्म कर लें और जिनका जुलूस रात का है वह अपने जुलूस रात 12.00 बजे के बाद उठाएं। इसी तरह आठवीं मोहर्रम का जुलूस भी रात 12.00 बजे के बाद उठाएं। इसकी सहमति जिला प्रशासन ने संबन्धित मुतवल्लीयों/जिम्मेदारों से वार्ता कर बनाई है। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से त्योहारों के आयोजन को लेकर वह लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में हैं और प्रशासन भी पूरी तरह सहयोग दे रहा है।

आज निकलेगा पांचवीं का जुलूस

मियां साहब ने कहा कि इमामबाड़ा इस्टेट का मोहर्रम की पांचवीं का जुलूस 19 अक्टूबर को अपने अपने तय शेड्यूल 9.00 बजे निकलेगा, वहीं नवीं मोहर्रम का जुलूस 23 अक्टूबर को रात 9.30 बजे से और 10वीं मोहर्रम का जुलूस 24 अक्टूबर को सुबह 9 बजे इमामबाड़ा इस्टेट से निकलेगा। वहीं पूर्व निर्धारित रूट से होता हुआ टाइमली इमामबाड़ा इस्टेट में दाखिल होगा। उन्होंने 17 अक्टूबर को सुमेर सागर रोड पर घटित घटना जिसमें डीसीएम पर लदी दुर्गा प्रतिमा जिसमें बिजली का तार छू जाने से आग लग गयी। सुमेर सागर रोड स्थित हार्डवेयर की दुकान चलाने वाले मोहम्मद इकबाल उर्फ सम्मू ने फोनकर बिजली कटवाई और खुद बाल्टी से पानी फेंक कर आग बुझाई। उन्होंने मोहम्मद इकबाल के इस काम की सराहना की और उन्हें मानव धर्म निभाने की मुबारकबाद दी।

डीजे का न करें इस्तेमाल

मियॉं साहब ने पूर्वाचल खास तौर से गोरखपुर के समस्त इमामबाड़ों/इमामचौकों के मुतवल्लीयों/जिम्मेदारों से यह अपील की कि मोहर्रम और दशहरा में यह जरूरी है कि दोनों धर्मो लोग अपनी श्रद्धा के साथ अपने अपने पर्व को मनाएं और एक दूसरे का सहयोग प्रदान करें, जिससे गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखते हुए ऐसी मिसाल पेश करें कि आने वाले दिनों में लोग इसे याद करें। मियां साहब ने इस्लामी झंडों को इमामबाड़ों/इमामचौको के अलावा कहीं अन्य जगहों पर न लगाएं और जुलूस में डीजे का इस्तेमाल कतई न करें, सिर्फ दो हॉर्न (लाउडस्पीकर) का ही इस्तेमाल करें।