- मेन मार्केट में गायब रहते हैं पुलिस कर्मचारी
- जाम लगने के बाद आपस में होती कहासुनी
GORAKHPUR: शहर में पब्लिक को जाम से निजात दिलाने की कोशिशें चल रही है। सीनियर पुलिस अफसर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की कवायद में लगे हैं। मुख्य चौराहों पर भले पुलिस एक्शन नजर आए, लेकिन पुराने मार्केट में भी व्यवस्था में बदलाव की मांग होने लगी है। दुकानदार से लेकर वहां रहने वाले सभी यह चाहते हैं कि किसी तरह से उनकी समस्या खत्म हो जाए। रविवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम रेती रोड पर पहुंची। रेती चौराहे पर जाकर टीम खुद जाम में फंस गई। चौराहे पर लगे जाम को छुड़ाने के लिए कोई पुलिस कर्मचारी या होमगार्ड जवान नजर नहीं आया। पब्लिक हो या बिजनेसमैन सभी का कहना है कि जाम की वजह से लोग बाजार में नहीं आना चाहते हैं। इससे उनके कारोबार पर असर पड़ रहा है।
रेती चौक से जुड़ते सभी मार्केट
शहर के पुराने मार्केट में शुमार रेती चौराहे से माया बाजार, गीता प्रेस, घंटाघर, बक्शीपुर, अली नगर और रेती मार्केट का जुड़ाव है। रेडीमेड कपड़ा मार्केट से लेकर बिसाता, ज्वेलरी, साइकिल, घड़ी सहित अन्य सभी तरह के सामानों की दुकानें इस मार्केट में हैं। थोक के साथ-साथ फुटकर का कारोबार भी होता है। इसलिए इस बाजार में शहर के अलावा बाहर से भी लोग आते हैं। इसलिए सुबह 10 बजे से लेकर शाम सात बजे तक मार्केट में बहुत भीड़ रहती है। ट्रैफिक जाम की वजह से लोगों को काफी प्रॉब्लम होती है।
मनमाना चलता है ट्रैफिक
रविवार की दोपहर रेती चौक का गजब नजारा था। चौराहे पर पुलिस बूथ बना हुआ है। यहां कोई पुलिस कर्मचारी मौजूद नहीं था। चौराहे पर ट्रैफिक संभालने के लिए किसी ड्यूटी नजर नहीं आई, इसलिए लोग चौराहे पर लोग मनमानी तरीके से आवाजाही कर रहे थे। इस चक्कर में कई बार 20 से 25 मिनट तक जाम लगा। प्रॉब्लम खड़ी होने पर जाम में फंसे लोग ही पहल करके किसी तरह से आगे बढ़ रहे थे। एक-दूसरे से आगे निकलने की बात पर लोगों के बीच तकरार भी होती रही।
पार्किग का अभाव, कहां ले जाए व्हीकल
रेती चौक के आसपास मार्केट में पार्किग का अभाव है। पूरे मार्केट में सिर्फ माया सिनेमा कांपलेक्स में पार्किग है। व्हीकल खड़े होने से वह फुल हो जाती है। पार्किग के अभाव में रेती रोड से लेकर माया बाजार रोड पर लोगों के व्हीकल सड़कों पर खड़े होते हैं। दुकानदार से लेकर ग्राहक तक अपने वाहनों को सड़क पर लगाकर गायब हो जाते हैं। दोनों ओर व्हीकल खड़े होने से लेफ्ट और राइट लेन में चलने वाले फंसते रहते हैं।
सड़क किनारे ट्रांसफॉर्मर, चोक होता रास्ता
इस चौराहे के आसपास बिजली के ट्रांसफॉर्मर सड़कों के किनारे लगे हुए है। ट्रांसफॉर्मर की वजह से एक हिस्सा पूरी तरह से कवर हो जाता है। ऐसे में पब्लिक के आवागमन के लिए काफी सकरी जगह बचती है। राह चलते समय लोग ट्रांसफॉर्मर से बचकर चलते हैं। ताकि उनको करंट का झटका न लग जाए। इस वजह से भी जाम की समस्या खड़ी होती है।
रेती चौक पर होने वाली प्रॉब्लम
- रेती चौराहे से लेकर घंटाघर और गीता प्रेस तक रोजाना जाम लगता है।
- रेती चौक के आसपास मार्केट में कहीं पर भी पब्लिक के लिए पार्किग नहीं है।
- मार्केट में सामान ढोने वाले ठेले, बैट्री रिक्शा और फोर व्हीलर की आवाजाही होती है।
- सड़क पर दोनों तरफ व्हीकल, बाइक और ठेले खड़े होने से सड़क काफी सकरी हो जाती है।
- रोड पर जगह-जगह बिजली के खंभे और ट्रांसफॉर्मर भी हैं, जिससे ट्रैफिक चोक होता है।
ऐसे हो सकता है समाधान
- लाल डिग्गी के पास मल्टीस्टोरी पार्किग का निर्माण कराया जाए।
- मार्केट में कस्टमर और दुकानदार सभी के व्हीकल पार्किग में खड़े हों।
- सड़कों के निर्धारित स्पेस में बाइक और अन्य व्हीकल खड़े हो।
- आवश्यकतानुसार रोड को वन वे किया जाए। फोर व्हीलर की आवाजाही पर रोक लगे।
- बैट्री रिक्शा और रिक्शा से मार्केट में जाने के बजाय लोग पैदल ही आवागमन करें।
- कारोबारियों का सामान दिन के पीक आवर के बजाय रात में ढोने की व्यवस्था हो।
यहां पर पार्किग की व्यवस्था नही है। लाल डिग्गी के पास पार्किग का निर्माण कराया जाना ज्यादा जरूरी है। मल्टी स्टोरी पार्किग बन जाने से प्रॉब्लम सॉल्व हो सकती है।
राजेश निभानी, बिजनेसमैन
पुराना मार्केट है। यहां पर तमाम दुकानें है। बाहर से भी लोग खरीदारी के लिए आते हैं। लगन और त्योहारी सीजन में ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है।
राकेश अग्निहोत्री, बिजनेसमैन
सड़क के दोनों तरफ पटरी नहीं है। पहले से ही जगह नहीं बची है। दुकानों की तादाद बढ़ती जा रही है। ऐसे में कोई वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे जाम न लगे।
शंहशाह आलम, कर्मचारी
यहां पर फोर व्हीलर से आने पर काफी मुश्किल होती है, लेकिन जो लोग आसपास एरिया में रहते हैं। वह लोग अपना फोर व्हीलर लेकर कहां जाएंगे।
अंकुर अग्रवाल, बिजनेसमैन
चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी परमनेंट होनी चाहिए। इससे भी ट्रैफिक चलता रहेगा। यहां पर कोई पुलिस कर्मचारी नजर नहीं आता है।
संजय सिघनियां, बिजनेसमैन
मार्केट में आने वाले लोग कैसे आएंगे। पार्किग की व्यवस्था न होने और जाम के कारण ग्राहक टूट रहे हैं। सभी को मिलकर इस समस्या के समाधान के लिए सोचना होगा।
फरहत रेहान, टेलरिंग शॉप आनर
शहर में किन जगहों पर जाम लग रहा है। यह समस्या कैसे दूर हो सकती है। इस संबंध में हेल्प लाइन नंबर पर लोगों का फीडबैक लिया जा रहा है। पब्लिक के सुझाव के आधार पर समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जाएगी।
जोगेंद्र कुमार, डीआईजी-एसएसपी