- वाहनों की जांच में ट्रैफिक पुलिस ने बनाई लिस्ट

- सोशल मीडिया पर कर रहे वायरल, थमाएंगे पर्ची

GORAKHPUR: शहर में वाहन चेकिंग के दौरान बहाने बनाकर ट्रैफिक पुलिस को झांसा देना आसान नहीं रहेगा। हेलमेट और कागज के बजाय मजबूरियां गिनाकर बच निकलने वालों से निपटने के लिए पुलिस ने तोड़ निकाल लिया है। दो माह की कड़ी मशक्कत के बाद उन बहानों को जुटाया गया जिनकी बदौलत लोग पुलिस को झांसा देते हैं। बहानों की लिस्ट बनाकर ट्रैफिक पुलिस सोशल मीडिया पर वायरल कर रही है। पर्ची छपवाकर सभी पुलिस कर्मचारियों को दिया जाएगा। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि शहर में चेकिंग के दौरान अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं।

दो माह मशक्कत पर चिन्हित हुए बहाने

ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ की ओर से सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए चालान काटकर पुलिस जुर्माना वसूल रही है। सुबह से लेकर शाम तक चलने वाले अभियान से ऐसे लोगों की समस्या बढ़ती जा रही है जो वाहनों का पेपर लेकर नहीं चलते हैं। सिर पर हेलमेट नहीं पहनते हैं। वाहन चेकिंग के दौरान पकड़े जाने पर ऐसे लोग तरह-तरह के बहाने बनाते हैं। रुंआसे हुए मुंह लटकाकर मजबूरी गिनाने वालों पर तरस खाकर पुलिस वाले बिना चालान के छोड़ देते थे। लेकिन दो माह के अभियान में यह बात निकलकर सामने आई कि ज्यादातर लोग एक ही तरह के बहाने बनाते हैं। इसलिए एसपी ट्रैफिक ने उन सभी बहानों की सूची बनवाई। ताकि झूठी बातों से पुलिस को बरगलाकर निकल जाने वाले लोगों पर कार्रवाई हो सके।

इन बहानों की बनाई सूची

1. हेलमेट घर पर भूल गए।

2. हेलमेट खरीदने जा रहे थे तभी आप ने पकड़ लिया।

3. डॉक्टर ने कहा है कि हेलमेट मत लगाइए, गर्दन में दर्द है।

4. बगल में घर है साहब, अभी सब्जी लेने निकले थे।

5. बाजार तक गए थे। सोचा क्या हेलमेट ले जाएं।

6. सर, हम लोग ट्यूशन पढ़ने गए थे।

7. बच्चों को स्कूल छोड़ने गए थे। इसलिए कागज, हेलमेट नहीं लिए थे।

8. मंदिर गए थे पूजा करने इसलिए हेलमेट नहीं पहना। सुबह-सुबह पेपर कौन रखेगा।

9. गाड़ी सर्विसिंग कराने गए थे।

10. डॉक्टर के यहां आए थे।

11. स्टेशन पर जाना था। एक परिचित आने वाले हैं।

12. सर, कल ही हमारा हेलमेट चोरी हो गया है।

13. अभी घर से निकले तो सड़क पर गिरकर हेलमेट टूट गया है।

14. हेलमेट मेरा भाई पहनकर चला गया।

15. कपड़ा चेंज किया तो कागज दूसरे कपड़े में रह गया।

वर्जन

चेकिंग के दौरान हेलमेट न पहनने वाले ज्यादातर लोग बहाने बनाते हैं। कागज न रखने वाले ज्यादा झांसा नहीं दे पाते। बिना हेलमेट चलने वाले बाइक सवार डॉक्टर तक को बीच में ले आते हैं। इसलिए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं की जाएगी। एक पर्ची छपवाकर दिया जाएगा कि कोई इस तरह की बात करे तो उसका जरूर चालान काटें।

- आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक