GORAKHPUR: खोराबार में 220 केवी ट्रांसमिशन उपकेंद्र का काम रुक गया है। बिजली निगम ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) से जमीन खरीदी है लेकिन ग्रामीणों ने मुआवजा न मिलने का आरोप लगाते हुए काम रोक दिया है। अब अफसरों ने कमिश्नर से मदद की मांगी है। पिछले साल सात नवंबर को खोराबार में पारेषण उपकेंद्र का शिलान्यास हुआ था। उपकेंद्र के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार ने 118 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। बिजली निगम को जीडीए से जमीन मिलनी थी। 16 जून को जीडीए ने उपकेंद्र के लिए 8249 वर्ग मीटर जमीन उपलब्ध कराई। इसके एवज में बिजली निगम ने 73 लाख 94 हजार 940 रुपये का भुगतान किया था। 17 जून को बिजली निगम के अफसरों ने बाउंड्री का निर्माण कराने के लिए खोदाई शुरू करा दी लेकिन ग्रामीणों ने काम रोक दिया है। गैस इंसुलेटेड स्विचगियर (जीआइएस) तकनीक से पूवरंचल में पहली बार उपकेंद्र का निर्माण हो रहा है। अभी नोएडा में दो और आगरा में एक जीआइएस तकनीक पर आधारित पारेषण उपकेंद्र हैं।

वर्जन

जीडीए ने जमीन बिजली निगम के नाम कर दी है। ग्रामीणों ने काम रुकवा दिया है। उपकेंद्र का निर्माण बहुत जरूरी है। अफसरों के संज्ञान में पूरा प्रकरण है। जल्द ही उपकेंद्र का निर्माण शुरू कराया जाएगा।

-एचएन प्रसाद, मुख्य अभियंता ट्रांसमिशन क्षेत्र उत्तर-पूर्व