-पेन को हथियार बना मनचलों से टक्कर ले सकती है लड़कियां

-डीडीयू भूगोल डिपार्टमेंट में ग‌र्ल्स को दिए सुरक्षा के टिप्स

-ताइक्वांडो एक्सपर्ट ने सिखाए बचाव के गुर

GORAKHPUR: मनचलों का पटखनी देने या फिर किसी बड़े खतरे का सामना करने के लिए ग‌र्ल्स को तैयार किया जा रहा है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में मिशन शक्ति के तहत भूगोल विभाग में आत्मरक्षा ट्रेनिंग शिविर लगाया गया। जहां ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स को मार्शल आर्ट ट्रेनर ने आत्मरक्षा का गुर सिखाया। इस दौरान ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स को संकट के समय घबराने की बजाए हौसले से काम लेने की सलाह दी गई।

वार को विफल करने का बताया तरीका

एडवांस ताइक्वांडो एकेडमी के ट्रेनर स्पर्श श्रीवास्तव और उनकी टीम ने स्टूडेंट्स को डंडा और चाकू सरीखे हर वार को विफल करने का तरीका बताया। उन्होंने बताया कि आपात स्थिति में सुरक्षा के लिए पेन, गाड़ी की चाभी और मोबाइल का इस्तेमाल कर मनचले की पकड़ कमजोर कर सकती हैं और पलटवार कर सकती हैं। कुछ समझ में ना आए तो उंगलियों को इस्तेमाल बदमाश की आंखों में करना भी कारगर होगा। शिविर में 85 ग‌र्ल्स ने हिस्सा लिया।

गलत को नजरअंदाज ना करें ग‌र्ल्स

मिशन शक्ति के नोडल अधिकारी डॉ। सर्वेश कुमार और डॉ। स्वर्णिमा सिंह ने कहा कि स्कूल-कॉलेज आते जाते ग‌र्ल्स को कई बार छेड़खानी का शिकार होना पड़ता है। विवाद के डर से इसकी जानकारी वे अपने परिवार के लोगों को नहीं देती हैं। उन्हें ऐसी घटनाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बेटियां अगर मजबूत होंगी तो सभी को पटखनी देने के लिए तैयार रहेंगी। आभार ज्ञापन डॉ। रुचिका सिंह ने किया।