गोरखपुर (ब्यूरो)। चुनाव आचार संहिता लगने के बाद जिले का यह पहला मामला हैं, जिसमें कार्रवाई हुई है। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर अपनी बात रखने के दौरान मर्यादा का उल्लंघन करने पर कार्रवाई होगी। सोशल मीडिया की व्यापक निगरानी की जा रही है।

सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी मामले में दर्ज हुआ केस

गोरखनाथ एरिया के गोपाल नगर, नथमलपुर मोहल्ले में रहने वाले पवन सिंह ने शुक्रवार रात फेसबुक लाइव होकर सीएम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की। उसका वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी से जुड़े लोगों ने आपत्ति जताई। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने लिए आर्य नगर मंडल के अध्यक्ष सूर्य प्रकाश शर्मा ने तहरीर दी। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपित पवन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर अपनी सफाई दी। करतूत के लिए माफी मांगते हुए उसने अपने वीडियो को प्रायोजित बताना शुरू कर दिया। इसके पूर्व भी पवन सिंह के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज हो चुके हैं। सुर्खियों में बने रहने के लिए वह उल्टी-सीधी हरकतें भी करता है।

तीन लेवल पर बनी सोशल मीडिया टीम

चुनाव आचार संहिता का अनुपालन से लेकर काननू-व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी पुलिस पर है। इसलिए जोन, रेंज और जिला स्तर पर सोशल मीडिया की अलग-अलग टीम बना दी गई है। इस टीम में तैनात पुलिस कर्मचारी लोगों के सोशल मीडिया टूल्स पर प्रॉपर नजर रख रहे हैं। किसी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी, वीडियो, कमेंट या अन्य कोई प्रतिबंधित सामग्री सामने आने पर कार्रवाई होगी।

इस तरह की हुई तैयारी

- जोन, रेंज और जिला स्तर पर सोशल मीडिया निगरानी के लिए टीम बनाई गई है।

- मोहल्लों में बीट कांस्टेबल के व्हाट्सएप ग्रुप भी निगरानी के लिए एक्टिव हैं।

- पुलिस की टीम फेसबुक, व्हाट्सटसएप सहित सभी साइटों में किसी न किसी माध्यम से पैठ बना रही है।

- सोशल मीडिया टीम के अलावा साइबर सेल भी इसकी निगरानी कर रही है।

- मोहल्ले की सूचनाओं के लिए डिजिटल वालंटियर नेटवर्क को बढ़ाया गया है।

यूपी पुलिस का है यह इंतजाम

लखनऊ में यूपी पुलिस के हेडक्वार्टर पर भी सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेंटर बनाया है। इस सेंटर में इलेक्शन से संबंधित खबरों के वेरीफिकेशन और फर्जी समाचारों, पोस्ट, कंटेंट का खंडन करने के लिए यूपी पुलिस ने फैक्ट चेक बनाया है।

इसके अलावा फेसबुक, यू ट्यूब, इंस्टाग्राम व टेलीग्राम पर 24 घंटे निगरानी की जा रही है।

सोशल मीडिया के लिए गाइडलाइंस

- राजनीतिक दल, प्रत्याशी, समर्थक अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स से किसी तरह का असत्यापित विज्ञापन, सुरक्षा से जुड़ी हुई कोई तस्वीर, हेट स्पीच और फेक न्यूज नहीं पोस्ट कर सकेंगे।

- ऐसा कोई कंटेट पोस्ट करना भी प्रतिबंधित है जिससे चुनाव की प्रक्रिया बाधित हो। शांति, सामाजिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को खतरा पैदा हो।

- सोशल मीडिया पर किसी धर्म विशेष, संप्रदाय, अफवाह फैलाने, शांति और सद्भभावना के खिलाफ पोस्ट ना तो शेयर करें, न ही इसे लाइक करें।

सोशल मीडिया पर इस तरह की आ रही शिकायतें

- गोरखपुर पुलिस के ट्विटर हैंडल पर गजेंद्र यादव ने एक पार्टी की ओर से निकले हुजूूम की तस्वीर पोस्ट करके कार्रवाई के लिए शिकायत दर्ज कराई है।

- ट्विटर हैंडल पर आलोक कुमार यादव ने भी कोरोना के नियमों के उल्लंघन और चुनाव आयोग के नियमों को तोडऩे की शिकायत की है।

- फैजान ने अली नगर चौराहे से रैली निकालने की शिकायत दर्ज कराई।

- मनीष पांडेय ने वायरल वीडियो के आधार पर कार्रवाई कार्रवाई की मांग की।

- अभिनव यदुवंशी और तनुजा श्रीवास्तव ने भी सीएम के खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल करने के मामले में एक्शन लेने की बात उठाई।

वर्जन

सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी निगाह है। इसके लिए टीम को एक्टिव कर दिया गया है। किसी तरह की शिकायत आने पर तत्काल कार्रवाई होगी। वायरल वीडियो के मामले में गोरखनाथ में केस दर्ज हुआ है। आदर्श चुनाव आचार संहिता का पालन कराया जाएगा। माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी।

डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी गोरखपुर