गोरखपुर (अनुराग पांडेय)।मॉडल पेपर से जहां स्टूडेंट को एग्जाम की प्रिपरेशन करने में आसानी होगी। एग्जाम में कैसे सवाल पूछे जाएंगे, वो कितने नंबर के होंगे और उनका प्रारूप कैसा होगा ये आईडिया मॉडल पेपर से स्टूडेंट्स को मिल जाएगा। जिससे वे एग्जाम में सही दिशा में पढ़ाई कर सकेंगे।
उपयोगी है मॉडल पेपर
राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज के रसायन विज्ञान के प्रवक्ता डॉ। दीपक सिंह ने बताया कि मॉडल पेपर के जरिये स्टूडेंट को एग्जाम में आने वाले क्वेश्चन का आइडिया मिल सकेगा। क्वेश्चन पेपर के अंक का विभाजन और सवालों की शैली का पता चलेगा। इससे स्टूडेंट के अंदर एग्जाम का टेरर भी कम होगा।
नहीं होगी तीन मीटर दूरी की बाध्यता
कोरोनाकाल में परीक्षा कक्षों में एक से दूसरे छात्र के बीच बोर्ड ने तीन मीटर दूरी निर्धारित की थी। इस बार इसे घटाकर 1.86 कर दिया गया है। यानी एग्जाम रूम में स्टूडेंट की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में इस बार अधिक होगी। ऐसे में एग्जाम के लिए सेंटर बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
जर्जर भवन वाले स्कूल नहीं बनेंगे सेंटर
पहली बार बोर्ड ने स्कूलों ने जर्जर भवनों का भी ब्योरा मांगा था। जिसे स्कूलों ने भेज दिया है। इसके पीछे बोर्ड की मंशा किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बच्चों का बचाव करना था। अब संबंधित अधिकारी इसका सत्यापन कर रिपोर्ट लगाएंगे। जिसे केंद्र निर्धारण के दौरान देखा जाएगा। ऐसे स्कूल जो जिनके भवन जर्जर मिलेंगे वे सेंटर नहीं बनाए जाएंगे।
वर्ष 2022
हाईस्कूल में स्टूडेंट
67038
रेग्युलर
66869
प्राइवेट
169
इंटर में स्टूडेंट
60793
रेग्युलर
58541
प्राइवेट
2252
एग्जाम सेंटर
199
वर्ष 2023
हाईस्कूल
79380
रेग्युलर
79285
व्यक्तिगत
95
इंटर में स्टूडेंट
70901
रेग्युलर
68142
प्राइवेट
2759
यूपी बोर्ड स्कूल- 489
परिषद ने 10वीं व 12वीं का मॉडल पेपर वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। स्टूडेंट अपनी सुविधा के अनुसार डाउनलोड कर एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं। इससे उन्हें क्वेश्चन पेपर का प्रारूप समझने में सहूलियत होगी।
-ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआइओएस