- करीब तीन घंटे के बाद शुरू हो सका 18 साल से ऊपर एज के लोगों का वैक्सीनेशन

- इनॉगरेशन का इंतजार करते हुए लाइन में लगे रहे लाभार्थी

- हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से बनाए गए थे कुल 10 बूथ, जहां 18 वर्ष से उपर के लोगों का शुरू हुआ वैक्सीनेशन

कोरोना महामारी का दौर चल रहा है। रोजाना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है। हर तरफ दहशत फैली हुई है। ऐसे में इस खतरे भरे माहौल में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों ने हद ही कर दी। वैक्सीनेशन के लिए इनॉगरेशन का कोरम पूरा करने के चक्कर में इस इंफेक्शस पीरियड में उन्होंने लाभार्थियों को करीब तीन घंटों तक इंतजार कराया। आपदा काल में ग्रामीण विधायक भी वीआईपी बन गए और समय से एक घंटा लेट पहुंचे। इसकी वजह से 28 अप्रैल को ही रजिस्ट्रेशन कराने के बाद वैक्सीनेशन का इंतजार करने वाले लाभार्थियों को वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचने के बाद भी बेवजह का इंतजार करना पड़ा। इतना ही नहीं डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए बने काउंटर पर साढ़े चार घंटे तक कोई भी नहीं बैठा। वैक्सीनेशन के लाइन में लगे आई स्पेशलिस्ट हर्ष चेतन बरनवाल ने मामले का विरोध जताते हुए जल्द वैक्सीनेशन शुरू करने की मांग की, जिसके बाद लोगों ने भी आवाज उठाई।

लोगों के बीच था आक्रोश

कोरोना वैक्सीनेशन का चौथा फेज एक मई से स्टार्ट हो गया। चौथे फेज में 18 से 45 साल तक के लोगों के कोविड वैक्सीनेशन का रजिस्ट्रेशन भी 28 अप्रैल से शुरू हो चुका है। इन सभी के लिए जिला महिला चिकित्सालय समेत 10 बूथ पर वैक्सीनेशन का इंतजाम किया गया। लोगों ने सुबह 10 बजे से शुरू होने वाले वैक्सीनेशन प्रक्रिया के लिए एक घंटे पहले से ही लाइन में लगना शुरू कर दिया, लेकिन जिला महिला अस्पताल का नजारा कुछ और ही नजर आया। यहां लोग वैक्सीनेशन पर तो पहुंच गए, लेकिन कोई प्रॉसेस न शुरू कर जिम्मेदार माननीय के आने का इंतजार करते रहे।

समझा-बुझाकर कराया शांत

वहीं मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। नीरज पांडेय और एसआईसी डॉ। माला सिन्हा को वैक्सीनेशन के लिए लाइन में लगे लाभाíथयों का सामना करना पड़ा। हालांकि जिला प्रतिरण अधिकारी ने किसी तरह से भीड़ में आक्रोशित लाभाíथयों को समझा-बुझाकर शांत कराया। एसआईसी समेत अन्य डॉक्टर, स्टाफ नर्स समेत अन्य मेडिकल स्टाफ की भी सांसे फूलने लगी। दोपहर में इनॉगरेशन के बाद वैक्सीनेशन प्रॉसेस शुरू हो सकी।

सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए लोग

18 साल से ऊपर के लोगों के लिए सिर्फ चुनिंदा शहरों में ही वैक्सीनेशन शुरू हुआ है, गोरखपुर भी इसमें शामिल है। मगर पहले दिन ही यहां पर अव्यवस्थाओं का बोलबाला नजर आया। टाइमली वैक्सीनेशन शुरू न हो पाने की वजह से जहां लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा, वहीं दूसरी ओर देर से टीका लगने की वजह से भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि सोशल डिस्टेंसिंग ही लोग भूल गए। मेल हो या फीमेल सभी ने जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई।

कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है। 28 अप्रैल को ही मैंने कोविन पोर्टल से रजिस्ट्रेशन करा लिया था। जिला महिला अस्पताल में आने पर यहां काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। सिस्टम को सुधारा जाना चाहिए। कोविड प्रोटोकॉल का कोई पालन नहीं कराया गया।

- लयकेतन, लाभार्थी

वैक्सीनेशन के लिए आए हैं। लेकिन लोग एक दूसरे के ऊपर टूट रहे हैं। बूथ ऐसी जगह बनाया गया है तो फिर हम एक दूसरे कितनी दूरी मेनटेन कर सकते हैं। अगर समय से वैक्सीनेशन प्रोसेज स्टार्ट करा दिया गया होता तो भीड़ इतनी नहीं हुई होती।

- विवेक गुप्ता, लाभार्थी

जब सुबह आए थे तो बिल्कुल भी भीड़ नहीं थी, लेकिन दोपहर तक भीड़ जबरदस्त हो गई। सोशल डिस्टेसिंग की तो एकदम धज्जियां उड़ गई। हम जान जोखिम में डालकर सुबह से लाइन में लगे हैं, क्या फायदा इतना सुबह आने से जब भीड़ का सामना ही करना पड़ा।

- राज कुमार, लाभार्थी

जब उद्घाटन ही कराना था तो सुबह ही करा लेना चाहिए। वैक्सीनेशन के लिए हमने इसलिए पहले ही बुकिंग करा ली थी। ताकि बूथ पर इतना इंतजार नहीं करना पड़ेगा, लेकिन यहां तो हेल्थ डिपार्टमेंट के लोगों ने कोई इंतजाम नहीं किया था। पूरा हाल खचाखच भरा हुआ है।

- आकाश कुमार पांडेय, लाभार्थी

सुबह से ही लाइन में लगे हुए हैं, अब हमारा नंबर आएगा, लेकिन काउंटर पर सुबह से ही कोई नहीं आया। दोपहर के 12 बज रहे हैं। अभी तक कोई नहीं आया है। उद्घाटन के बाद ही कोई आएगा। जब सुबह 10 बजे से ही शुरू होना था तो फिर इतना देर की गई।

स्वाती अग्रवाल, लाभार्थी

यहां की व्यवस्था बहुंत गंदी है सर, सुबह से ही मास्क लगाकर खड़े हैं। इतनी भीड़ है कि बहुत डर लग रहा है। कम से कम सोशल डिस्टेसिंग का पालन तो होना चाहिए था। वो भी नहीं है। लोग एक दूसरे के उपर टूट पड़ रहे हैं। जबकि सुबह जब मैं आई थी, तब इतनी भीड़ नहीं थी।

फलक आर्या, लाभार्थी

पता नहीं कब तक वैक्सीनेशन होगा। सुबह से ही तो लाइन में लगी हूं। किसी माननीय का इंतजार किया जा रहा है कि जब वह आ जाएंगे। उसके बाद ही वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा। अब पता नहीं कब माननीय जी आएंगे और वैक्सीनेशन शुरू होगा।

तूलिका दुबे, लाभार्थी

वैक्सीनेशन के लिए सुबह से ही लाइन में लगे हैं। एक दूसरे से थोड़ी दूरी बनाने की कोशिश भी कर रहे हैं तो भीड़ इतनी ज्यादा है कि सभी एक-दूसरे से चिपक जा रहे हैं। अब इतनी भयावह स्थिति में ऐसे ही वैक्सीनेशन होगा तो संक्रमण फैलने का भी खतरा बना रहेगा।

- शालिनी पांडेय, लाभार्थी

चौथे फेज के वैक्सीनेशन के लिए प्रक्रिया स्टार्ट कर दी गई है। उद्घाटन जिला महिला चिकित्सालय में कराया गया है। अब 18 से 45 वर्ष तक के लोगों का कॉन्टीन्यू वैक्सीनेशन होगा। लोगों में वैक्सीनेशन के लिए प्रति उत्साह था। इसलिए भीड़ ज्यादा थी।

- डॉ। नीरज पांडेय, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी

हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से सुबह 11 बजे का टाइम निर्धारित किया गया था। हम सुबह 11.30 बजे पहुंच गए थे। हम तो पहले ही तैयार होकर बैठे, जैसे ही फोन आया, हम चले आए। चूंकि पहला दिन था, लोगों में उत्साह था, इसलिए भीड़ ज्यादा हो गई। हमें सोशल डिस्टेसिंग और मास्क लगाना जरूरी है। सावधानी हम सभी को बरतना है। कोविड प्रोटोकॉल का हम सभी को पालन करना है।

- विपिन सिंह, एमएलए, रूरल गोरखपुर