- सेकेंड फेज के तीसरे राउंड के लिए 48 बूथ पर 5761 का होगा वैक्सीनेशन

- सेकेंड फेज, थर्ड राउंड कोविड वैक्सीनेशन के लिए फाइनल हुए बूथ्स

- पूरे दिन कोविशील्ड और को-वैक्सीनेशन के जोड़-घटाने में उलझा रहा हेल्थ डिपार्टमेंट

GORAKHPUR: सेकेंड फेज के तीसरे राउंड में होने वाले कोविड वैक्सीनेशन की तैयारी पूरी हो चुकी हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट ने गुरुवार को होने वाले वैक्सीनेशन के लिए 32 हास्पिटल में 48 बूथ बनाए हैं। इनपर 5761 लाभार्थियों का टीकाकरण होगा। सभी बूथ्स पर वैक्सीन पहुंच चुकी है, लेकिन हेल्थ डिपार्टमेंट के उच्च अधिकारियों ने इस बात की सख्त हिदायत दी गई है कि जो वैक्सीन उनके बूथ पर भेजी गई है, उसी वैक्सीन को लगाएंगे। अगर वैक्सीन पहले से बची हुई है और वह दूसरी कंपनी की है, तो उसका इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं किया जाना है। लाभार्थियों को कौन सी वैक्सीन लगाई गई है। इसका जिक्र हेल्थ कार्ड पर होना जरूरी है।

वैक्सीन के साथ नहीं करना भेदभाव

कोविड वैक्सीनेशन के लिए देर शाम तक बूथ बनाए जाने का सिलसिला जारी रहा। पिपराईच, खोराबार, तुर्कमानपुर और खजनी बूथ पर वैक्सीन भेजने में आ रही दिक्कतों को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। नीरज कुमार पांडेय ने सॉर्टआउट करते हुए कहा कि बची वैक्सीन का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं होगा। सेकेंड फेज के तीसरे राउंड के लिए जो वैक्सीन भेजे गए हैं, उसका ही इस्तेमाल किया जाना है। किसी प्रकार की कोई दिक्कत आए तो पहले कंफर्म हो लें। वहीं जिनको मैसेज नहीं मिला है वह अपने निकटतम बूथ पर जाकर अपना वैक्सीनेशन करवा सकता है। यह निर्देश सिर्फ पुलिस कर्मियों के लिए है।

कंट्रोल रूम से कर रहे कॉल

सेकेंड फेज में लगातार वैक्सीनेशन प्रतिशत के कम होने से जिला प्रशासन ने चिंता व्यक्त की है। डीएम के विजयेंद्र पांडियन के निर्देश पर कलेक्ट्रट परिसर में बनाए गए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में पांच सदस्यी टीम बनाई गई है। जो हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से जारी लाभार्थियों के मोबाइल नंबर पर कॉल करके उन्हें उनके बूथ पर पहुंचने के लिए मोटिवेट करेगी। उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल ने बताया कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में लाभार्थियों को वैक्सीनेशन को कॉल करने का जिम्मेदारी दी गई है।

सेकेंड फेज के तीसरे राउंड की तैयारी पूरी हो गई है। सभी बूथ पर वैक्सीन पहुंचाई जा चुकी है। ज्यादा से ज्यादा लोग अपना वैक्सीनेशन करवाएं। यही अपील है।

डॉ। सुधाकर प्रसाद पांडेय, सीएमओ