गोरखपुर में बढ़ी गाडि़यों की चोरी, सिर्फ 18 फीसदी गाड़ी ही हो पा रही बरामद

-जांच में खुलासा, बंगाल में खप रही गोरखपुर से चोरी गाडि़यां

-जांच में हांफ रही पुलिस, लग जा रही रिपोर्ट

GORAKHPUR: अपने काम को बेहतर होने का दावा करने वाली गोरखपुर पुलिस गाडि़यों की चोरी रोकने में नाकाम है। इत्तेफाक से अगर आपकी गाड़ी चोरी हो गई तो समझिए वो अब नहीं मिलेगी। क्योंकि गोरखपुर पुलिस का जोर गाड़ी बरामद करने और बदमाशों को अरेस्ट करने के बजाय एफआर लगाने की है। कमोबेश 2019 के आंकड़े तो यही बयां कर रहे हैं। 2019 में गाड़ी चोरी के 783 मामले दर्ज किए गए, लेकिन बरामद हुए सिर्फ 146. यानी 18 फीसदी।

हर महीने 60 से अधिक व्हीकल की चोरी

शहर में हर महीने लग्जरी व्हीकल की चोरी का मामला दर्ज कराया जाता है। पुलिस रिकार्ड में हर माह करीब 60 फोर व्हीलर चोरी हो जा रही हैं। मुकदमा दर्ज कराने के बाद यदि किसी ने कड़ी पैरवी की तो बमुश्किल व्हीकल बरामद हो सकेगा।

दिन हो रात, कभी उठ जाती गाडि़यां

हाल के दिनों में व्हीकल चोरी के मामलों में कमी के दावे पुलिस कर रही है। लेकिन सच यह है कि फोर व्हीलर की चोरियां थमी नहीं हैं। शहर से चोरी होने वाले वाहनों को बिहार होते हुए बंगाल पहुंचा दिया जा रहा है। पूर्व में यहां से गायब गाडि़यां नेपाल में मिलती थीं। लेकिन बार्डर पर शिकंजा कसने से बहुत कम व्हीकल नेपाल जा पा रहे। पुलिस की छानबीन में पता लगा है कि शहर से वाहनों को चुराकर शातिर बंगाल और असम में खपा रहे हैं। कैंट एरिया से चोरी की फोर व्हीलर के साथ बिहार पुलिस ने कुछ लोगों को अरेस्ट किया था। इस गैंग के सदस्य इंजन नंबर और चेसिस नंबर बदलकर व्हीकल को बेच देते थे।

थानों की टीम बरामद करेगी व्हीकल

फोर व्हीलर चोरी के मामले में कार्रवाई के लिए एक टीम गठित करने का निर्देश दिया गया है। समीक्षा बैठक के दौरान डीआईजी भी पुलिस की सुस्ती पर नाराजगी जता चुके हैं। उन्होंने एसएसपी को पत्र भेजकर थाना स्तर पर टीम गठित करते हुए चोरी के व्हीकल बरामद कराने को कहा था।

2019 में हुई व्हीकल चोरी

दर्ज कराए गए कुल मामले - 783

पुलिस की कार्रवाई में बरामदगी- 146

अन्य वाहनों की तलाश- 637

कोर्ट को भेजी गई चार्जशीट- 113

व्हीकल चोरी में हुई एफआर- 468

कुल मामलों की पेडिंग विवेचना- 202

यह बरतें सावधानी

-अपने वाहनों में जीपीएस ट्रैकर जरूर लगवाएं

-कार में सेंट्रल लॉक को हमेशा ठीक रखा जाए

-स्टेयरिंग लॉक को गियर लॉक के साथ कनेक्ट करवाएं।

-एंटी थीप कार व्हीकल टायर लॉक क्लैंप भी लगवा सकते हैं।

- व्हीकल को सेफ पार्किंग में खड़े रखें। निगरानी करते रहें।

वर्जन

शहर में व्हीकल चोरी के मामलों में गंभीरता से कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। थानेदारों से कहा गया है कि स्पेशल टीम बनाकर इनविस्टेगेशन करें। इससे वाहनों को बरामद करने में मदद मिलेगी। हाल के दिनों में हुई जांच में पता लगा है कि गोरखपुर से चोरी व्हीकल बंगाल और असोम में ले जा गए हैं। इस संबंध में पुलिस कार्रवाई चल रही है।

डॉ। कौस्तुभ, एसपी सिटी