-शातिर रिंकू पांडेय को पुलिस ने दबोचा

- लाल बहादुर मर्डर में सामने आया था नाम

- रुपए के लेनदेन में की लोगों की हत्याएं

GORAKHPUR: चर्चित लाल बहादुर मर्डर कांड से चर्चा में आया शातिर रिंकू पांडेय पकड़ा गया। मंडे को पुलिस ने उसको बेलीपार एरिया के कसिहार बंधा से अरेस्ट कर लिया। एसएसपी प्रदीप कुमार ने पुलिस लाइन में यह जानकारी दी। बताया कि लाल बहादुर मर्डर में शामिल सजन लाल सहित अन्य की तलाश की जा रही है। रिंकू पांडेय पर 12 हजार का इनाम घोषित था। गोरखपुर में वारदात के बाद रिंकू भागकर बंगलुरू चला जाता था।

प्रेम दुबे की हत्या से पुलिस ने शुरू की तलाश

27 अप्रैल को सतुआभार चौराहा निवासी प्रेम कुमार दुबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में रिंकू पांडेय और उसके साथियों का नाम सामने आया। थाईलैंड में कमाने वाले प्रेम दुबे का दूर कर रिश्तेदार बेलीपार के चारपान का रिंकू पांडेय है। रिंकू पांडेय का बड़ा भाई विवेकानंद भी थाईलैंड में रहता है। प्रेम और विवेकानंद के बीच रुपए का लेनदेन हुआ था। इसकी वसूली करने बार-बार रिंकू सतुआभार जाता था। 27 मई को वह अपने दोस्तों के साथ रुपए लेने पहुंचा। तभी कहासुनी होने पर बदमाशों ने प्रेम को गोली मार दी। हत्या में रिंकू पांडेय और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। सात घंटे के बाद रिंकू के घर पर रहने वाले भाई और मां की हत्या कर दी गई। इसमें प्रेम के भतीजे विशाल और उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ।

लाल बहादुर मर्डर से चर्चा में आया रिंकू पांडेय

बेलीपार के चारपान निवासी रिंकू पांडेय उर्फ आशुतोष का नाम लाल बहादुर मर्डर से सामने आया। 20 मई 2014 को डीडीयूजीयू गेट पर बदमाशों ने लाल बहादुर को भून दिया। इस वारदात में पहले चंदन सिंह गैंग पर उंगली उठी। बाद में माफिया विनोद उपाध्याय और उसके गुर्गो के खिलाफ सबूत मिले। चारपान में दावत खाने जा रहे विनोद उपाध्याय और उसके सहयोगियों को पुलिस ने अरेस्ट किया। पता लगा कि शातिर धनंजय तिवारी, रिंकू पांडेय सहित अन्य बदमाश भी उसके सहयोगी रहे। पुलिस ने धनंजय को पकड़ने की कोशिश की तो रिंकू पांडेय उसको बाइक पर बैठाकर भाग गया। बदमाशों की तलाश में पुलिस जुटी रही। इस बीच 27 नवंबर 2014 को बदमाशों ने असलहा तस्कर आशीष जायसवाल को गोली मार दी। कार्बाइन की खरीद में रुपए मांगने पर आशीष की हत्या की गई। इसमें रिंकू पांडेय और उसके साथियों का नाम सामने आया।

बंगलुरु में किया प्रेम विवाह, बना लिया शरणगाह

लूट, हत्या और आगजनी के आरोपी रिंकू की तलाश में स्वाट टीम के प्रभारी रमाकर यादव, एसआई धर्मेद्र सिंह, बेलीपार एसओ बृजेश कुमार, एसओ चौरीचौरा उपेंद्र यादव, कांस्टेबल धर्मेद्रनाथ, देवेंद्र कुमार, मोहम्मद शोएब, जमील खां, कुतुबुद्दीन, अखिलेश कुमार पटेल, सनातन सिंह और अविनाश त्रिपाठी की टीम लगी। मंडे दोपहर पुलिस को रिंकू के बारे में सूचना मिली। कसिहार बंधे पर घेराबंदी करके पुलिस ने उसको दबोच लिया। उसके पास से नाइन एमएम पिस्टल, रिवाल्वर, पांच मोबाइल और नकदी बरामद हुई। पूछताछ में रिंकू ने कई राज खोले। उसने पुलिस को बताया कि वह 1998 में बंगलुरु में पेंट पॉलिश की ठेकेदारी करने गया। एक मोबाइल कंपनी में काम करने वाली युवती से प्रेम विवाह करके अपना ठिकाना बना लिया। उसके दो बच्चे हैं। 2013 में रिंकू के खिलाफ बंगलुरु में आगजनी का मुकदमा दर्ज हुआ था।

इलेक्शन लड़ने की तैयारी में था रिंकू

रिंकू ने बताया कि चिडि़याघर और जीडीए टावर में मिट्टी पटाई का काम चल रहा था। इसमें लाल बहादुर यादव दबंगई से डंफर से प्रति चक्कर सौ रुपए मांग रहा था। समझाने पर उसने जानमाल की धमकी दी। इसलिए उसको मारना पड़ा। शराब पीकर मारपीट करना रिंकू की आदत में शुमार है। बंगलुरु में पेंट पॉलिश और चारपान में पोल्ट्रीफॉर्म का काम करके वह दिखावा करता था। आपराधिक गुटों से जुड़कर रिंकू ने लूट और मर्डर की कई वारदातें की। अपने एरिया में वह चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने उसे सफेद शर्ट और सफेद पैंट में अरेस्ट किया। लाल बहादुर मर्डर में शामिल सजनलाल और अन्य बदमाशों की पुलिस तलाश कर रही है।

शातिर बदमाश रिंकू पांडेय उर्फ आशुतोष को पुलिस ने अरेस्ट किया है। कामयाबी पर पुलिस टीम को पांच हजार का इनाम दिया गया है।

प्रदीप कुमार, एसएसपी