- 24 घंटों में हुई जोरदार बारिश से 300 मोहल्लों में भरा पानी, 4 लाख से अधिक लोग बारिश से हुए बेहाल

GORAKHPUR:

बीते 24 घंटों में हुई 4.21 इंच (107 एमएम) बारिश ने गोरखपुर जिले में हाहाकार मचा दिया। अभी तक रूरल एरिया बाढ़ की चपेट में थे। बीती रात हुई भारी बारिश से सिटी के कई एरिया में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए। सिटी के करीब 300 मोहल्लों के 4 हजार लोग बारिश के पानी से घिर गए। हालत यह हो गई कि जिन इलाकों में कभी नहीं पानी लगा था, गुरुवार को वे इलाके भी बारिश के पानी में पूरी तरह जलमग्न हो गए। सिटी के निचले एरिया में जनजीवन प्रभावित है। यहां लोगों के घर पूरी तरह पानी में डूब गए हैं। उधर, शहर का रामगढ़ताल का पानी अब उल्टी धारा में बहने को बेताब है। ऐसे में अगर बारिश की यही स्थिति रही तो एक बार फिर गोरखपुर 1998 की बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर सकता है।

नए इलाके भी पानी में डूबे

शहर के बिछिया से लेकर ताड़ीखाना तक का इलाका पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। जबकि कौवाबाग से खंजाची के बीच सड़क के दोनों ओर बसे मोहल्लों में भी घुटने तक पानी लगा है। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज का पूरी इलाका पानी से घिर चुका है। राप्तीनगर, राप्ती कॉम्लेक्स से लेकर असुरन, धर्मशाला पुल, गोरखनाथ, रामनगर, इंद्रप्रस्थनगर कॉलोनी, रामजानकारीनगर, कौशलपुरम, हड़हवा फाटक, हुमायुपुर, बेनीगंज, साबहगंज, मिर्जापुर, गीताप्रेस रोड, उर्दू बाजार, घोषकंपनी, तारामंडल, बुद्धविहार, मोहदृीपुर समेत दर्जनों इलाकों के 300 से अधिक मोहल्ले इस वक्त पानी से पूरी तरह डूबे हुए हैं।

निचले इलाकों में हालात बद्तर

सिटी के सिंघडि़या, देवरिया रोड, हरिद्वारपुरम, वसुंधरा नगर, चकसा हुसैन, बशारतपुर, निराला नगर, हुमांयूपुर, लाजपतनगर, खूनीपुर, रसूलपुर, भेडि़यागढ़, शेखपुर, बहरामपुर, जफर कॉलोनी, लालडिग्गी, इलाहीबाग, तिवारीपुर, बड़गों, महेसरा, मोहरीपुर, रामपुर नयागांव, गणेशपुरम, एयरफोर्स सहित निचले इलाकों में स्थिति बद्तर हो चुकी है। इन इलाकों के लोग घरों में कैद हैं। कई मकानों में कमरे के अंदर तक बारिश का पानी घुस गया। ऐसे में लोग सामान को ऊपरी हिस्से में रखकर सुरक्षित कर रहे हैं।

नगर निगम के दावे फेल

नगर निगम का दावा है कि सिटी एरियाज से पानी निकालने के लिए करीब 80 पंपिंग सेट लगाए गए हैं। निगम टीम इलाकों का दौरा कर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगी है। गुरुवार शाम 5 बजे तक नगर निगम के कंट्रोल रूम में 60 कंप्लेन आई। सभी कंप्लेन इलाके में बारिश का पानी भरे होने की थीं। वेदर एक्सपर्ट कैलाश पांडेय के मुताबिक अभी दो दिनों तक मौसम के ऐसे ही बने रहने की उम्मीद है।

हजारों एकड़ फसलें पानी में डूबीं

ग्रामीण इलाकों में भी बारिश से लगभग एक लाख से अधिक आबादी जलजमाव से प्रभावित है। गोर्रा और राप्ती नदियों से लगे आधा दर्जन गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। पशुओं के लिए हरे चारे का संकट खड़ा हो गया है। जबकि किसानों के हजारों एकड़ फसल पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। चौरीचौरा इलाके के ब्रह्मपुर ब्लॉक का गोर्रा और राप्ती का दोआब क्षेत्र भीषण बरसात के कारण गोरखपुर और देवरिया जिले सिवान पर गोर्रा नदी पर दोआब क्षेत्र के पानी को खींचने वाला रेगुलेटर पानी नहीं खिंच पा रहा है। जमरु गांव की सभी सड़कों पर घुटने तक पानी भरा है। मिश्रौलिया गांव के लोगों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं।

रेलवे ट्रैक पर भरा पानी, रूट बदलकर चलाई जा रही ट्रेन

वहीं, मनीराम-पीपीगंज स्टेशनों के मध्य ट्रैक पर पानी भर गया है। सीपीआरओ पंकज सिंह ने बताया, पानी अधिक हो जाने के कारण गोरखपुर से पनवेल के लिए चलाई जा रही गोरखपुर पनवेल एक्सप्रेस (05065) को निर्धारित मार्ग आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा के स्थान पर गोरखपुर-बस्ती-गोंडा के रास्ते चलाया जा रहा रहा है।

एक नजर में नदियों का जलस्तर

राप्ती नदी में बर्डघाट में डेंजर पॉइंट 74.98 आरएल मीटर से 0.72 आरएल मीटर ऊपर 75.750 आरएल मीटर पर बह रही है।

रोहिन नदी त्रिमुहानी घाट में डेंजर पॉइंट 82.44 आरएल मीटर 0.54 आरएल मीटर नीचे 81.900 आरएल मीटर पर बह रही है।

कुआनो मुखलिसपुर में डेंजर पॉइंट 78.65 आरएल मीटर से 1.20 आरएल मीटर नीचे 77.520 आरएल मीटर पर बह रही है।

घाघरा नदी अयोध्या पुल पर डेंजर पॉइंट 92.73 आरएल मीटर से 0.13 आरएल मीटर ऊपर 92.860 आरएल मीटर पर बह रही है।

घाघरा तुर्तीपार में डेंजर पॉइंट 64.01 आरएल मीटर 0.76 आरएल मीटर ऊपर 64.610 आरएल मीटर पर बह रही है।

गोर्रा नदी पिण्डारा में खतरा बिंदु 70.50 से 0.65 आरएल मीटर ऊपर 71.00 आरएल मीटर पर बह रही है।

गोला के सर्वाधिक गांव बाढ़ की चपेट में

सदर के 30, कैंपियरगंज में 01, सहजनवां में 16, चौरीचौरा में 3, गोला में 51, बांसगांव में 7, खजनी में 17 गांव बाढ़ से घिर गए हैं। रोहिन और राप्ती नदी की बाढ़ से घिरे गांव में छोटी-बड़ी कुल 321 नाव राहत के लिए उपलब्ध है, जिसमें 150 नाव को लगाया गया है। इसमें सर्वाधिक सदर में 86, सहजनवां में 10, कैंपियरगंज में 2, गोला में 30, बांसगांव में 10, चौरीचौरा में 05 और खजनी में 7 नाव लगी हैं।

125 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित

1,22,230 की आबादी प्रभावित

6,500 हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित

150 नाव बचाव के लिए लगाई

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बारिश में जगह-जगह फॉल्ट, घंटों सप्लाई ठप

बुधवार रात से शुरू हुई बारिश गुरुवार को भी होती रही। इसके चलते जगह-जगह फॉल्ट की वजह से सिटी के डिफरेंट एरिया में में घंटों बिजली सप्लाई प्रभावित रही। गुरुवार की सुबह पादरी बाजार उपकेंद्र से जुड़े लक्ष्मीपुर फीडर और पादरी बाजार फीडर फॉल्ट की वजह से बंद रहे। बारिश के चलते फॉल्ट ठीक भी नहीं हो सके। इसकी वजह से इंद्रप्रस्थपुरम, शताब्दीपुरम, फातिमा हॉस्पिटल, पादरी बाजार, बैंक कॉलोनी आदि इलाके में सप्लाई ठप रही। बारिश बंद होने के बाद करीब 10.30 बजे सप्लाई बहाल की जा सकी। वहीं, अजय नगर, लाल डिग्गी, तिवारीपुर और रुस्तमपुर के कुछ इलाके में सुबह से बिजली गुल रही। तेज हवा और बारिश के चलते बिजली कर्मचारी फॉल्ट ठीक करने नहीं पहुंचे। दोपहर बाद बिजली कर्मचारियों ने फॉल्ट ठीक कर सप्लाई बहाल की। जेई अजय सिंह ने बताया, फॉल्ट ठीक कर सप्लाई बहाल कर दी गई।