- न्यू ओपीडी और पुरानी ओपीडी में जलजमाव से मरीज व तीमारदार परेशान

- जलजमाव के निकासी के लिए नगर की तरफ से नहीं हुई कवायद

<- न्यू ओपीडी और पुरानी ओपीडी में जलजमाव से मरीज व तीमारदार परेशान

- जलजमाव के निकासी के लिए नगर की तरफ से नहीं हुई कवायद

GORAKHPUR:

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डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मरीजों के आने सिलसिला शुरू हो गया है। न्यू ओपीडी और पुराने ओपीडी बिल्डिंग में मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर भी उनका इलाज कर रहे हैं। लेकिन हॉस्पिटल में मानसूनी बरसात से हुए जलजमाव से मरीज, तीमारदार, डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ बेहद परेशान हैं। डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ तो किसी तरह से जलजमाव से बचकर निकल जा रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा सांसत मरीज व उनके तीमारदारों के लिए हो गई हैं। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के जिम्मेदारों की मानें तो निगम के अधिकारियों से बात करने के बाद जल निकासी हो पाती है। लेकिन जब तक पंप न आए तब तक स्थिति जस की तस रहती है।

एप्रेन खराब होने का रहता है डर

सोमवार को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे मरीजों के तीमारदार रमेश, शकुंतला देवी, मनीष कुमार, अखिलेश कुमार बताते हैं कि गंभीर बीमारी वाले मरीजों को जल जमाव के कारण डॉक्टर तक पहुंचने में काफी दिक्कत होती है। कई बार पैर फिसलने का डर रहता है। वहीं डॉक्टर, नर्स समेत पैरामेडिकल स्टाफ की मानें तो उनके एप्रेन चूंकि सफेद होते हैं। जल-जमाव के कारण उनके ड्रेस खराब हो जाते हैं, इसके अलावा मास्क व गलब्स भी खराब होने का डर रहता है।

फैक्ट फीगर

डेली आने वाले मरीज - 7भ्0

डॉक्टर - फ्भ्0

नर्स- ब्फ्0

मेडिकल स्टॉफ - फ्ख्ब्

नोट - आंकड़ा औसत में हैं।

कोट्स

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इधर कुछ दिनों से प्रतिदिन जलजमाव का सामना करना पड़ रहा है। जब भी न्यू ओपीडी जाओ पानी लगा रहता है। कपड़ा खराब होना तय है। काफी बच बचाकर जाना पड़ता है। पैर फिसलने का डर रहता है।

तीमारदार

डॉक्टर से दिखाने आए थे, लेकिन जलभराव के कारण दूसरे रास्ते से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में आना पड़ा, कपड़े भी खराब हो गए। स्थिति बहुत खराब है। जिम्मेदार भी उदासीन नजर आ रहे हैं।

तीमारदार

जलजमाव से मरीज, तीमारदार और मेडिकल स्टाफ को दिक्कत होती है। लेकिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल आना ही है। ऐसे में जलजमाव के बीच काम करना बेहद मुश्किल है।

डॉ। राजेश कुमार, सीनियर फिजिशियन

जलजमाव की दिक्कत तो है, लेकिन जल निकासी के लिए इंतजार करना पड़ता है। आने जाने में काफी दिक्कत होती है। हालांकि कुछ देर बाद पानी निकलने के बाद स्थिति सामान्य हो जाती है।

डॉ। प्रशांत कुमार सिंह, फिजिशियन

वर्जन

जलभराव की समस्या तो है, लेकिन इसके लिए नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों से बात हुई तो शास्त्री चौक पर पंप लगाने के बाद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के जलभराव की समस्या से निदान मिला। हालांकि यह समस्या हर बरसात में होती है।

डॉ। सतीश कुमार श्रीवास्तव, एसआईसी