-शुक्रवार से मोहल्ले में भरा गंदा पानी

-बुद्ध विहार और रामपुर के लोग परेशान

मौसम के तेवर लगातार सख्त हुए जा रहे हैं। बारिश न होने से उमस बढ़ रही है, वहीं पारा भी ऊपर पहुंच रहा है। मगर गोरखपुर के कुछ ऐसे मोहल्ले और एरियाज भी हैं, जो बारिश न होने के बाद भी वॉटर लॉगिंग से परेशान हैं। वह हल्की बारिश के बाद से ही पानी से जद्दोजहद करने को मजबूर हैं, लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं हैं। ऐसी ही मोहल्लों में शामिल है शहर के तारामंडल क्षेत्र में देवरिया बाइपास रोड पर भगत चौराहे के करीब जीडीए की ओर से डेवलप किया गया बुद्ध विहार पार्ट बी, पार्ट सी और ग्राम रामपुर, जहां लोग हर रोज परेशान हैं, लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

30 जुलाई से ही प्रॉब्लम

बुद्ध विहार पार्ट बी, पार्ट सी और ग्राम रामपुर के लोग पिछले शुक्रवार से परेशान हैं। महज कुछ देर हुई बरसात ने वहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। नाले का गंदा पानी, सड़कों पर आ गया है और पूरे मोहल्ले में फैल गया है, इसकी वजह से लोगों का घर से निकलना दूभर है। मुकामी लोगों की मानें तो बाइपास से सर्किट हाउस मोड़ के तिराहे से रामपुर तक नाले का पानी पिछले शुक्रवार यानि 30 जुलाई की बारिश से ही रोड पर ओवरफ्लो हो कर बह रहा है। इससे वहां का रास्ता पानी में डूबकर गायब हो गया है। इससे वहां के लोगों का आना जाना दूभर हो गया है और लोग जिम्मेदारों की ओर उम्मीद की नजरें लगाए बैठे हैं।

त्रिशंकु जैसी हालत

इस एरिया में वाले डॉ। आरपी पांडेय, केएम मिश्रा, रोहित सिंह, मनीष पांडेय, डीएन शुक्ला, ऋषिकेश साहनी, गोपाल कश्यप, अजय गुप्ता, भगीरथी यादव, प्रमोद आदि पिछले 10 दिनों से मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, नगर निगम हेल्पलाइन, जीडीए, नगर आयुक्त और जिम्मेदारों के संपर्क में है, लेकिन अब तक यहां लोगों को राहत नहीं मिल सकी है। अब तक संबंधित अधिकारियों के ढुलमुल रवैये से यहां के लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। इनका कहना है रामपुर का नगर निगम के परिसीमन में आने के बावजूद हमारी स्थिति त्रिशंकु जैसी है, नगर प्रशासन ने हमें हमारे हाल पर मरने के लिए छोड़ दिया है, ऐसे मे गंदगी मुक्त भारत अभियान का पूरा होना संदेहास्पद है, क्योंकि जब नाले की ही गन्दगी सड़क पर होगी तो व्यवस्था पालक अपनी जिम्मेदारियों से कब तक बच सकते हैं।