-यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर राष्ट्रीय वेबिनार आर्गनाइज

GORAKHPUR: ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली की संस्कृति का विकास करना होगा। भारत के सभी यूनिवर्सिटी में व्यापक ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफार्म बनाना होगा और लेक्चर बैंक तैयार करना होगा। इसके साथ ही बड़े विदेश यूनिवर्सिटी की तरह यहां भी ऑनलाइन डिग्री कोर्सेज शुरू करने होंगे। जहां से दुनियां के किसी कोने में बैठा स्टूडेंट डिग्री ले सके। इसके लिए जरुरी है कि देश और विदेश के अच्छे यूनिवर्सिटी से अनुबंध किये जाएं और अपने विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार लाया जाएं। ये बातें गोरखपुर यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। राजेश सिंह ने वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए कही। वीसी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, उच्चतर शिक्षा एवं ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आलोक में विषय पर सोमवार को आयोजित वेबिनार की अध्यक्षता कर रहे थे।

'स्टूडेंट तक बढ़ेगी पहुंच'

अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के वीसी प्रो। जीडी शर्मा ने कहा कि ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म का विकास होने से इसकी हर छात्र तक पहुंच बढ़ेगी। केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय के वीसी प्रो। एच। वेंकटेश्वरलू ने ऑनलाइन शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि श्रेष्ठ और खुशहाल भारत के लिए ऑनलाइन शिक्षा एक माध्यम हो सकती है। त्रिपुरा विश्वविद्यालय के वीसी प्रो। जीपी परसाईं ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को लागू करने के लिए पहले देश के प्रत्येक भाग में टेक्नोलॉजी का पहुंचना बहुत जरूरी है। संयोजक प्रो.अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से व्यापक शैक्षिक रूपांतरण होगा। इसमें ऑनलाइन शिक्षण प्रणाली पर विशेष जोर दिया गया है।

कुलसचिव ने किया स्वागत

स्वागत करते हुए आयोजक डॉ। ओमप्रकाश, कुलसचिव ने कहा कि आज के वेबिनार में हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर उच्च शिक्षा और ऑनलाइन प्रणाली की विशेषताओं को जान सकेंगे। संयोजक प्रो। अवधेश कुमार तिवारी ने आभार ज्ञापन किया और संचालन आयोजन सचिव डॉ। प्रीति गुप्ता ने किया। कार्यक्रम की ऑनलाइन मॉनिटरिंग आयोजन सचिव श्रद्धा शुक्ला के साथ डॉ। मनीष पांडेय एवं डॉ। अम्बरीष कुमार श्रीवास्तव ने की।