-डीडीयू में दो दिवसीय वेबिनार में एक्सपर्ट ने की चर्चा

-डॉक्टर ने शेयर किया अपना अनुभव

GORAKHPUR: कोरोना वायरस से इफेक्टेड केवल 5 फीसदी लोगों में ही गम्भीर लक्षण दिखते हैं तथा वे व्यक्ति जो पहले से सियोपीडी, कैंसर तथा मधुमेह जैसे रोग से ग्रसित हैं उनकी मृत्यू दर अधिक पाई गई है। ये बातें दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के प्राणी विज्ञान विभाग के तत्वावधान में आयोजित वेबिनार में केजीएमसी लखनऊ के सीनियर डॉ। अजय कुमार पटवा ने कही। पेनडेमिक इरा ऑफ़ कोविड-19 ह्वेयर वी स्टैंड ह्वेयर टू गो पर आयोजित दो दिवसीय वेबिनार के आखिरी दिन एक्सपर्ट ने अपना अनुभव शेयर किया।

वैक्सीन पर हुई चर्चा

कन्नेक्कीकत विश्वविद्यालय, यूएसए के डॉ। जितेंद्र कनौजिया ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण की निगरानी एवं वैक्सीन के विकास क्रम पर विस्तार से चर्चा की। वेबिनार के तीसरे वक्ता गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल के बॉयोलॉजी लैब के इंचार्ज वैज्ञानिक डॉ। हरजीत मान ने कोरोना की उत्पत्ति तथा उसके जिनोमीक्स के बारे चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के विभिन्न स्ट्रेन की आण्विक संरचना जानने के पश्चात ही प्रभावकारी दवाएं एवं वैक्सीन की खोज की जा सकती है।

800 ने किया प्रतिभाग

प्रोग्राम की शुरुआत में विभागाध्यक्ष प्रो। अजय सिंह ने गेस्ट का स्वागत किया तथा प्रोग्राम का संचालन सचिव डॉ। सुशील कुमार एवं गेस्ट्स के प्रति आभार ज्ञापन प्रो। वीना बत्रा कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर विभाग के सभी टीचर एवं 800 पार्टिसिपेंट्स ने गूगल मीट, फेसबुक एवं यू ट्यूब के माध्यम से प्रोग्राम में पर्टिसिपेट किया।