गोरखपुर (ब्यूरो)। शनिवार को नगर निगम के नवनिर्मित सदन हाल में नगर आयुक्त अविनाश सिंह की अध्यक्षता में किन्नर कल्याण बोर्ड सदस्य एवं नगर निगम के अफसरों के साथ मीटिंग हुई। मीटिंग में गुजरात मॉडल की तरह गोरखपुर में भी थर्ड जेंडर्स को मौका देने का निर्णय लिया गया।

अब नगर निगम कर रहा है तैयारी

नगर निगम प्रशासन का मानना है कि सबको समान अधिकार देने की सरकार की मंशा को देखते हुए गोरखपुर नगर निगम ने थर्ड जेंडर को मौका देने का निर्णय लिया है। अभी हाल ही में गोरखपुर इलेक्ट्रिानिक बस डिपो के लिए तीन थर्ड जेंडर का इंटरव्यू कराकर उन्हें ज्वाइन कराया गया है। इसके साथ ही अब नगर निगम टीम में भी दस थर्ड जेंडर की तैनाती कराने की तैयारियां शुरू की जा चुकी हैं। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि नगर निगम के ऊपर पूरे शहर का जिम्मा नगर निगम के ऊपर पूरे शहर की जिम्मेदारी है। जब से गोरखपुर सीएम सिटी बनी है, तब से यहां विकास की रफ्तार बढ़ी है। जगह-जगह निर्माण काम चल रहे हैं। ऐसे में नगर निगम का काम भी बढ़ गया है।

दस थर्ड जेंडर होंगे शामिल

अब मैन पावर बढ़ाना भी जरूरी हो गया है, लेकिन इस बार नगर निगम अन्य किसी को मौका ना देकर थर्ड जेंडर को दे रहा है। हम लोग थर्ड जेंडर की एक टीम बना रहे हैं। जिससे नगर निगम के काम में मदद ली जाएगी। इसमें करीब दस थर्ड जेंडर को शामिल किया जा रहा है। टैक्स वसूली से लगाए ऑफिस वर्क तक की जिम्मेदारी उन्हें दी जाएगी। अभी तक अहमदाबाद में ऐसा होता रहा है, वहां पर थर्ड जेंडर टैक्स वसूलने के लिए घर-घर जाते थे। उसका रिजल्ट भी अच्छा रहा है।