गोरखपुर (अनुराग पांडेय)।गोरखपुर राजेन्द्रनगर की अक्षिता तिवारी और खलीलाबाद की स्नेहा शर्मा आईटीएम गीडा में बीटेक फस्र्ट इयर में पढ़ती हैं। दानों छात्राएं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बीटेक कर रही हैं। दोनों छात्राओं ने दुनिया में महिला अपराध के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए वुमन सेफ्टी के लिहाज से गैजेट तैयार करने को सोचा। इसके बाद उसपर काम करना शुरू कर दिया।

वुमन सेफ्टी एप से कनेक्ट

अक्षिता और स्नेहा ने बताया कि अंगूठी और ब्रेसलेट मे डिवाइस फिट किया गया है। जिसे वुमन सेफ्टी एप से जोड़ा गया है। वुमन सेफ्टी एप में चार इमरजेंसी नंबर को हम जोड़ सकते हैं। इसके बाद कहीं भी बाहर निकलने पर परेशानी में फंसने पर दो बार अंगूठी या ब्रेसलेट में लगे बटन को प्रेस करने पर चार इमरजेंसी नंबरों पर मैसेज और कॉल चली जाएगी। इसमें हम जहां भी होंगे वहां की लोकेशन भी चली जाएगी। जिससे आपात स्थित में खोजने में भी आसानी होगी। साथ ही फैमली मेंबर्स हमारी कॉल रिसीव कर बात चीत की रिकॉर्डिंग भी कर सकते हैं। ये गैजेट खतरे के समय में मदद देगा। वाई-फाई और ब्लूटूथ के माध्यम से हम इस अंगूठी को अपने मोबाइल फोन से जोड़कर इस्तेमाल कर सकतें हैं।

गैजेट छूते ही लगेगा करंट

अक्षिता और स्नेहा ने बताया कि अभी इस गैजेट में हमलोग और काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कभी ऐसा भी हो सकता है कि कोई हमारा गैजेट छीनने की कोशिश भी कर सकता है। इस परेशानी से लडऩे के लिए गैजेट में कुछ ऐसे मैटेरियल भी यूज कर रहे हैं, जिससे गैजेट को छूने वाले को 2 हजार वोल्ट का करंट लगे। बहुत जल्द ये काम भी पूरा हो जाएगा।

दो हजार में तैयार हुआ गैजेट

अक्षिता और स्नेहा ने बताया कि गैजेट को तैयार करने में करीब दो हजार रुपए का खर्च आया है। इसमे ब्लू टूथ, 3.7 वोल्ट बैट्री, एलईडी लाइट, स्टील रिंग, स्टील बे्रसलेट का यूज किया गया है।

इंटरनेशनल वुमन वायलेंस डे

दुनिया में हर तीन में से एक 15 सल से अधिक एज की महिला किसी ना किसी रूप में हिंसा का शिकार हुई है। यूएन वुमन के आकड़ों के अनुसार महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 74 करोड़ से भी अधिक मामले प्रकाश में आए हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार 137 महिलाओं की हत्या रोज उनके परिवार के लोगों द्वारा की जाती है। हर तीन में से एक बच्ची 11 से 15 साल की स्कूल में साथ में पढऩे वाले द्वारा मारपीट झेलती है। पूरी दुनिया में महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार को कम करने के लिए इंटरनेशनल वुमन वायलेंस हर साल 25 नवंबर को मनाया जाता है।