केस 2- सहजनवां जैतपुर के रहने वाले प्रमोद कुमार का कहना है कि वह हर महीने बिजली का बिल जमा करते हैं। बावजूद इसके अचानक एक लाख से अधिक का बिल आ गया। बिल सुधार के लिए कई बार वह दफ्तर पहुंचे लेकिन बिल का सुधार नहीं हो सका। तीन दिन पहले बिजली कर्मचारियों ने बकाए में बिजली काट दी।

गोरखपुर (ब्यूरो) यह दो केस महज एग्जामपल भर हैं। ऐसे तमाम मामले हैं, जिसमें बिजली विभाग सुधार के तमाम दावे करे लेकिन कंज्यूमर्स को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। विभाग की गलतियों का खामियाजा कंज्यूमर्स को भुगतना पड़ रहा है। हाल यह है कि कहीं कनेक्शन कटवाने के बाद भी बिल आने का सिलसिला जारी है, तो वहीं कहीं दूसरे कनेक्शन नंबर पर लाखों का बिजली बिल भेज दिया जा रहा है। गीडा एरिया के डिविजन सेकेंड में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। यह कंज्यूमर को विभाग ने साढ़े तीन साल बाद भारी भरकम बिल भेज दिया है। जबकि कंज्यूमर का कहना है कि मेरा कनेक्शन नंबर 753720 है लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते बिजली बिलिंग में मीटर नंबर 5511510190 पर गलत बिलिंग एडीएफ दिखाकर बिल बनाया जा रहा है।

12.28 लाख का बना दिया बिल

गीडा सेक्टर में आनंद प्रकाश सिंह बिजनेस करते हैं। उन्होंने साढ़े सात एचपी का कनेक्शन ले रखे हैं। कनेक्शन नंबर 753720 है लेकिन विभाग ने बिजली बिलिंग में मीटर संख्या 5511510190 पर गलत बिलिंग एडीएफ दिखाकर 12.28 लाख का बिल बनाकर भेज दिया। कंज्यूमर ने कई बार इस संबंध में बिजली विभाग के शिकायत की, लेकिन बिजली विभाग की ओर से लाइन और आरसी काटने की धमकी दी जा रही है।

कंज्यूमर्स भुगत रहे हैं खामियाजा

आनंद प्रकाश सिंह का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। साक्ष्य के साथ कार्यालय के बाबू से मुलाकात करने के बाद भी अभी तक बिल सुधार नहीं किया जा सका। उधर एक्सईएन भी इसकी संस्तुति नहीं दे रहे हैं। कंज्यूमर ने इस संबंध में सीएम, डीएम, एसई वितरण खंड सेकेंड और चीफ इंजीनियर से भी शिकायत की। कंज्यूमर ने कनेक्शन का बिल और मीटर संख्या में सुधार कर अधिभार से मुक्त कराने की गुहार लगाई है।

मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं। यदि कंज्यूमर का गलत बिल आ गया है तो बिजली बिल सुधार के लिए पहुंचे। उनकी समस्याओं का समधान किया जाएगा।

सोमदत्त शर्मा, एक्सईएन, डिविजन सेकेंड