- सोशल मीडिया पर वीडियो, फोटो वायरल कर रहे लेाग

- वीडियो वायरल करने वाले युवक के खिलाफ एफआईआर

GORAKHPUR: सिटी के यूथ के बीच खुद को सुपीरियर दिखाने की होड़ मची हुई है। सोशल मीडिया भी क्राइम का अड्डा बनने लगा है। जहां एफबी के जरिए पैसों के फ्रॉड का खेल चल रहा है, वहीं फ्रेंड सर्किल के बीच खुद को बेहतर दिखाने के लिए यूथ सोशल साइट्स पर भी उन तस्वीरों को निडर होकर शेयर कर रहे हैं, जिससे उनको नुकसान उठाना पड़ सकता है। खास तौर पर असलहों के प्रदर्शन का क्रेज काफी बढ़ा है। लाइसेंसी असलहों के साथ फोटो अपडेट करके अपना भौकाल मेनटेन कर रहे हैं। रविवार को वायरल हुए 'हाय फ्रेंड भटौली में आना, वहीं चलेगी गोली' वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस चौकन्नी हो गई है। वीडियो वायरल करने वाले की जहां तलाश चल रही। वहीं दूसरी तरफ ऐसी हरकते सामने आने पर लाइसेंस कैंसिल करने की कार्रवाई भी होगी।

सुबह वीडियो वायरल होने पर हड़कंप

रविवार की सुबह करीब आठ बजे किसी ने बांसगांव पुलिस को इसके बारे में सूचना दी। बताया कि बंदूक के साथ वीडियो वायरल करके गोली चलने की बात कही जा रही है। मामला सामने आने पर पुलिस की टीम एक्टिव हो गई। सीओ बांसगांव और एसएचओ पहुंचे, लेकिन तब तक युवक फरार हो चुके थे। लोगों ने पुलिस को बताया कि वायरल वीडियो में नजर आ रहा युवक सुबह करीब नौ बजे भटौली में अपने दोस्तों संग पहुंचा था। वहीं से उसने वीडियो वायरल किया।

गीडा पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

पुलिस की जांच में बंदूक लेकर वीडियो वायरल करने वाली पहचान गीडा में रहने वाले जय सिंह चौहान के रूप में हुई। उसने अपने परिचित सिद्धार्थनगर से दीवान पद से रिटायर हुए शिवाजी उपाध्याय की बंदूक का दुरुपयोग किया है। सोमवार को आरोपित की तलाश में पुलिस जुटी रही। पूछताछ के लिए दीवान को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस की छानबीन पता लगा कि परिचित होने से उसने बंदूक लेकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपित जय सिंह और लाइसेंस होल्डर के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस का कहना है कि इसकी रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी, ताकि असलहे का लाइसेंस कैंसिल किया जा सके।

भौकाल में डराने के लिए करते हरकत

- सोशल मीडिया पर लाइसेंस और अवैध असलहों के साथ फोटो अपलोड करने वाले डर फैलाने के लिए ऐसा करते हैं।

- ऐसे मामलों में आईटी एक्ट के तहत तीन साल की सजा का नियम भी है।

- ऐसा नहीं है कि फोटो या वीडियो हटाने के बाद पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकेगी।

- यदि किसी ने स्क्रीन शॉट के साथ शिकायत की तो खेल महंगा पड़ेगा।

निगरानी करेगी सोशल मीडिया टीम

- फेसबुक, वाट्सएप और ट्विटर जैसी सोशल साइट्स पर भौकाल मेंटेन करने वालों की निगरानी के लिए टीम गठित कर दी गई है।

- कहीं से भी ऐसी शिकायत मिलने पर पुलिस कार्रवाई करेगी।

- वीडियो और फोटो के आधार पर मुकदमा दर्ज होगा।

- इनकी लिस्ट बनाकर थानों पर भेज दी जाएगी।

- शुरुआत में शौकिया प्रदर्शन करने वाले बाद में बदमाशी शुरू कर देते हैं।

कुछ शौक तो कुछ दिखाते दंबगई

फेसबुक पर सर्च करते ही ऐसे कई दबंग सामने आते हैं जो असलहों के भौकाल के साथ शान से तस्वीरें खिंचवाकर अपलोड कर देते हैं। इन्हीं फोटो पर मिले लाइक्स और कमेंट को लेकर लोग एरिया में अपनी धौंस जमाते हैं। बाद में यही लोग गैंग के रूप में तब्दील हो जाते हैं। नियमानुसार पब्लिक प्लेस पर असलहों का प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है।

यह कार्रवाई करेगी पुलिस

- असलहा का प्रदर्शन करने वालों को पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी।

- केस दर्ज करने के बाद लाइसेंस किसका है। इसकी जांच होगी।

- यदि दूसरे का लाइसेंस हुआ तो अलग से कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे।

- मामला सही पाए जाने पर लाइसेंस कैंसिल करने के लिए डीएम को पत्र भेजेंगे।

एसएसपी से कर सकते हैं शिकायत

सोशल मीडिया पर असलहा लहराने, प्रदर्शन करने के मामले सामने आने पर कोई भी व्यक्ति एसएसपी से शिकायत दर्ज करा सकता है। सोशल मीडिया प्रोफाइल का लिंक शेयर करते हुए एसएसपी को पत्र भेजा जा सकता है। उनसे मिलकर व्यक्तिगत सूचना भी दी जा सकती है। पंचायत चुनाव को देखते हुए ऐसे हरकतों पर लगाम कसने के लिए निगरानी शुरू करा दी गई है।

जिसके नाम से लाइसेंस है। वहीं असलहे का इस्तेमाल कर सकता है। यदि दूसरा उसे लेकर चलता है तो यह भी अपराध के दायरे में आता है। सोशल मीडिया पर असलहे के साथ किसी तरह का ऐसा कैप्शन जो धमकी भरा हो। किसी तरह की अपराध, धमकाने की बात आने पर आ‌र्म्स एक्ट के दायरे में आएगा। इसमें लाइसेंस कैंसिल करने की कार्रवाई की जा सकती है।

धर्मेंद्र कुमार मिश्रा, सीनियर एडवोकेट, दीवानी कचहरी

सोशल मीडिया पर असलहे का प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। कई लोग पब्लिक में दहशत फैलाने के लिए प्रदर्शन करते हैं। ऐसे मामले सामने आने पर केस दर्ज करके असलहे का लाइसेंस कैंसिल कराने के लिए भी कार्रवाई होगी। सोशल मीडिया पर इस तरह की हरकतों की निगरानी के लिए टीम बना दी गई है।

जोगेंद्र कुमार, डीआईजी-एसएसपी