- लॉकडाउन का पालन कराने के लिए श्याम चौरसिया बनाया स्मार्ट सोशल डिस्टेंस अलार्म

- भीड़ लगने पर करेगा आवाज, मनमानी पर ऑटोमेटिक थाने पर चली जाएगी कॉल

GORAKHPUR: आपको तो मालूम ही होगा कि कोरोना की अभी तक कोई दवा नहीं बनी है। इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग ही एक मात्र ऑप्शन है लेकिन इसके लिए भी पुलिस को दिन-रात मशक्कत करनी पड़ रही है। पुलिस की इस प्रॉब्लम को ही देखते हुए श्याम चौरसिया ने गोरखपुर तारामंडल के रीजलन साइंस ऑफिसर महादेव पांडेय की गाइडेंस में स्मार्ट सोशल डिस्टेंस अलार्म डिवाइस बनाया है। इसे किसी भी चैराहे या गली में रख दिया जाए तो उसके आसपास भीड़ होते ही पहले तो लोगों को अलार्म बजाकर अलर्ट करता है। इसके बाद भी भीड़ कम ना हुई तो ये डिवाइस नजदीकी थाने को लोकेशन के साथ कॉल कर उस इलाके की सूचना देता है जिससे पुलिस को भी सोशल डिस्टेंस का पालन ना करने वालों को सबक सिखाने में आसानी होगी।

भीड़ हटने तक जाती रहेगी कॉल

श्याम चौरसिया बताते हैं कि स्मार्ट सोशल डिस्टेंस अलार्म) के सेंसर का रेंज अभी तकरीबन 10 मीटर के आसपास है। इस डिवाइस में लगे सेंसर के रेंज में एक से अधिक लोग एक साथ संपर्क में आते हैं तो ये एक्टिवेट हो जाता है। सोशल डिस्टेंस बनाए रखने का अलर्ट ऑडियो ऑन हो जाता है। लोग इसे इग्नोर करते हैं तो डिवाइस अपने नजदीकी पुलिस थाने के नंबर को कॉल कर देता है। जब तक भीड़ रहेगी ये डिवाइस पुलिस को कॉल करती रहेगी।

पुलिस के सपोर्ट के लिए बनाया डिवाइस

श्याम ने बताया कि पुलिस के जवान 24 घंटे हमारी सुरक्षा में दिन-रात लगे रहते हैं। इसीलिए मैंने भी सोचा कुछ ऐसा करूं जिससे देश के हित के साथ पुलिस को भी ड्यूटी में टेक्नोलॉजी से मदद मिले। इस डिवाइस को इंफ्रारेड सेंसर, डिस्टेंस सेंसर, वाइब्रेशन सेंसर, मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर बनाया गया है। लॉकडाउन की वजह से जो भी मेरे आसपास वेस्ट मेटेरियल था मैंने उसी को इस्तेमाल कर इस डिवाइज को बनाया है। श्याम ने बताया कि मैं लॉकडाउन में बनारस में हूं। मेरे दिमाग में ये आइडिया आया तो इसे मैंने रीजनल साइंस ऑफिसर महादेव पांडेय से शेयर किया। उन्होंने मोबाइल से मुझे प्रोत्साहित कर डिवाइस बनाने में मदद की। इसे बनाने में मुझे 15 दिन का समय लगा।

सीएम से मिलने को बना रहे प्लान

स्मार्ट सोशल डिस्टेंस अलार्म बनाने के बाद श्याम सीएम योगी आदित्यनाथ से टाइम मिलते ही डिवाइस को लेकर गोरखपुर आएंगे। सीएम से अप्रूवल मिलते ही जरूरत के हिसाब से और डिवाइस बनाएंगे।

पूर्व राष्ट्रपति के पास रह गई डिग्री

यूं तो श्याम चौरसिया इंटर भी पास नहीं हैं। इसके अलावा वो पढ़ाई नहीं कर पाए। लेकिन अपनी नई-नई खोजों से श्याम दूर-दूर तक पहचान के मोहताज नहीं है। श्याम ने बताया कि वे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के बहुत बड़े फैन थे। उनसे मिलना उनकी सबसे बड़ी चाहत थी जो पूरी भी हुई। लेकिन उनसे मुलाकात के दौरान इतने भावुक हो गए कि अपनी ओरिजनल मार्कशीट जो एक फाइल में थी उसे उनके हाथ में ही सौंप भूल आए।

ग‌र्ल्स के लिए भी बनाए हैं हथियार

अभी हाल ही में श्याम ने ग‌र्ल्स के लिए पर्स, सैंडिल, झुमका और लिपस्टिक गन बनाई थी जो बहुत चर्चित हुई थीं। बढ़ते महिला अपराध को देखते हुए श्याम ने ग‌र्ल्स की सुरक्षा के लिहाज से ऐसी गन बनाई थी जिसे वे अपने साथ रखकर अपनी सुरक्षा खुद कर सकती हैं।

वर्जन

श्याम बहुत टैलेंटेड हैं। देश की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उन्होंने कई गैजेट भी बनाए हैं। जिसके पेंटेंट के लिए भी मैं बात कर रहा हौं। 15 साल से मेरी देखरेख में श्याम ने कई तरह की डिवाइस बनाई हैं। उनका दिमाग बहुत तेज चलता है। सोशल डिस्टेंस को मेंटेंन रखने के लिए श्याम का डिवाइस बहुत ही यूजफुल साबित होगा।

- महादेव पांडेय, रीजलन साइंस ऑफिसर, तारामंडल गोरखपुर