- यूथ डे स्पेशल

- लोगों की जरूरत को पूरा करने की कोशिश में जुटे हैं सिटी के यंगस्टर्स

- लॉकडाउन के अलावा बाढ़ और दूसरी आपदाओं में बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

GORAKHPUR: यूथ में वह स्पार्क है, जो देश की दशा और दिशा को बदल सकता है। इसके लिए जरूरत है बस एक छोटी सी पहल करने की, जिसके बाद कारवां अपने आप ही बढ़ता चला जाएगा। गोरखपुर के यूथ्स ने यह पहल शुरू भी कर दी है। आखिरी पायदान पर मौजूद लोग, जिनके पास सरकार की मेहरबानियां नहीं पहुंच पा रही हैं और वह सही मायने में जरूरतमंद है, इनके लिए इन यंगस्टर्स डेडीकेडेट हैं और उनके खाने का इंतजाम करने के साथ ही उन्हें बुनियादी सुविधाएं भी मुहैया करा रहे हैं। इतना ही नहीं, सोशल रिस्पांसिबिलिटी निभाते हुए वह खून की कमी से जिंदगी और मौत के लिए जूझ रहे लोगों के लिए भी हर वक्त खड़े हुए हैं। यूथ डे पर ऐसे ही यंगस्टर्स की कहानी के साथ दैनिक जागरण आई नेक्स्ट आपके बीच है।

बचपन बचाया, भूख भी मिटा रहे हैं

सिटी में यूथ्स की एक ऐसी टीम है, जिनका वीकेंड सोशल कॉज के नाम कर दिया गया है। ऑफिस से छुट्टी के दिन लंबी तान के सोने के बजाए यह यंगस्टर्स अपनी मुहिम पर निकल जाते हैं। सुबह से खाने-पीने की व्यवस्था करने के बाद शाम में भूखों का पेट भरने की मुहिम शुरू हो जाती है। शहर के चौक-चौराहों और मंदिरों पर बैठने वाले जरूरतमंदों के पास पहुंचकर यह टीम उनकी भूख मिटाती है। 6-8 मेंबर्स की टीम के प्रबंधक डॉ। अंश कश्यप हैं, उनके साथ जसपाल सिंह खालसा, देवांश श्रीवास्तव, सूरज मिश्रा, आदित्य भी हमेशा तैयार खड़े रहते हैं। 'प्रयास सेवा संस्था, अन्नदान मुहिम नाम से बनाई इस संस्था में सभी काम मेंबर्स के कॉन्ट्रीब्यूशन से होते हैं। पांच साल से एक्टिव इस संस्था ने अब तक आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे बच्चों को घर भी पहुंचाया है, जो किन्हीं कारणों से घर को छोड़कर भागकर गोरखपुर पहुंच गए थे। इसके साथ ही बाढ़ पीडि़तों की मदद के साथ ही लॉक डाउन में हर दिन जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाया है। फेसबुक पर प्रयास सेवा संस्था नाम से उनका एक पेज भी है, जिसके जरिए लोग उनसे कॉन्टैक्ट कर अपने घर, पार्टी और दूसरे बचे सामानों को हैंडओवर करते हैं, जिसे वह जरूरतमंदों तक पहुंचाते हैं।

पढ़ाई के साथ सोशल सर्विस

लोगों के दुखदर्द को समझकर उसे दूर करने की मुहिम में कॉलेज स्टूडेंट्स की एक टीम भी एक्टिव है। पढ़ाई में बेहतर परफॉर्मर होने के साथ ही सोशल कॉज में भी यह एक्टिव है। अपने फैमिली मेंबर्स और फ्रेंड्स के सपोर्ट से टीम लगातार बेहतर वर्क की कोशिश में लगी है। एसएम हुजैफा, मोहम्मद यूसुफ, तारिक एहसान, उमर जमा, सैफ सिद्दीकी, खालिद सेराज टीम मेंबर्स है, जोकि हर मंथ के पहले वीक में पैसा कलेक्ट करने की मुहिम में जुट जाते हैं। टोटल कलेक्शन के बाद स्ट्रैटजी तैयार होती है और इसके बाद जरूरतमंदों का पेट भरने के अलावा, उनकी जरूरतें जैसे कि कंबल, मास्क, सैनिटाइजर के साथ ही उनकी जरूरत के दूसरे सामान भी मुहैया कराते हैं। इतना ही नहीं टीम के सभी मेंबर्स ब्लड डोनेशन के लिए हमेशा ही एक्टिव रहते हैं। हर तीन माह पर ब्लड डोनेट कर वह डोनर कार्ड पास रखते हैं। जब भी किसी को इसकी जरूरत पड़ती है, तो वह फौरन ही उसे कार्ड प्रोवाइड कर ब्लड की जरूरत पूरी करते हैं। इसके अलावा लॉकडाउन में उन्होंने जरूरतमंदों के लिए खाने और पानी का रेग्युलर इंतजाम किया है और उन्हें उनके पास पहुंचाया है।