-सीबीएसई के 12वीं का सिलेबस घटाने का नीट पर असर को लेकर स्टूडेंट्स और पेरेंट्स ने दिए हैं सुझाव

-यूनियन कैबिनेट मिनिस्टर फॉर एजुकेशन करेंगे वर्चुअल कम्यूनिकेशन, एंट्रेंस में बदलाव को लेकर करेंगे चर्चा

KANPUR : नीट का एग्जाम किस पैटर्न का होगा इसकी सही स्थिति 10 दिसंबर को क्लियर होगी। मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए यह एग्जाम होता है। सीबीएसई के सिलेबस घटाए जाने को लेकर स्टूडेंट्स और पेरेंट्स ने टिवट्र पर सुझाव दिए हैं। इसमें सिटी के लोग भी शामिल हैं। उनसे यह पूछा गया था कि सीबीएसई के घटाए गए सिलेबस का नीट पर कितना असर होगा। जो सुझाव आए हैं उसे लेकर यूनियन मिनिस्टर फॉर एजुकेशन रमेश पोखरियाल निशंक वर्चुअल कम्यूनिकेशन 10 दिसंबर को करेंगे। उन्होंने इसकी जानकारी अपने ऑफिशियल टिवट्र एकाउंट पर दी है।

सीबीएसई 12वीं के होते हैं क्वैश्चन

वह 12वीं के सिलेबस में 30 परसेंट कोर्स घटाए जाने व उसका असर नीट के सिलेबस पर पड़ने जैसे ¨बदुओं पर बात करेंगे। नीट की तैयारी कर रही निवेदिता मिश्रा ने बताया कि सीबीएसई के सिलेबस में 30 परसेंट की कमी होने के बाद अब मेडिकल एंट्रेस एग्जाम के स्टूडेंट्स के दिल में यह कौतूहल है कि उनका पेपर कैसा आएगा। इसका कारण यह है कि नीट में सीबीएसई का सिलेबस ही फालो किया जाता है। एम्स को छोड़कर देश के सभी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाले एंट्रेंस एग्जाम में सीबीएसई 12वीं के सिलेब्स से क्वैश्चन पूछे जाते हैं।

सिटी से 10 हजार स्टूडेंट्स

पीपीएन डिग्री कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। एसपी सिंह ने बताया कि शहर से 10 हजार से अधिक स्टूडेंट्स इस एग्जाम में शामिल होते हैं। कोरोना वायरस के कारण स्टूडेंट्स की तैयारी सुलभ बनने के लिए सीबीएसई बोर्ड ने 30 परसेंट तक कोर्स कम किया गया है। स्टूडेंट्स के अलावा पेरेंट्स और टीचर्स ने भी ट्विटर के जरिए मिनिस्टर निशंक से इस संबंध में जानकारी दिलाए जाने का निवेदन किया है।

मेडिकल कॉलेज और सीटें

-देश में कुल मेडिकल कॉलेज: 532

-एमबीबीएस सीटों की संख्या: 76928

-गवर्नमेंट के मेडिकल कॉलेज: 272

-प्राइवेट, डीम्ड मेडिकल यूनिवर्सिटी: 260

-सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीटें: 41388

-प्राईवेट मेडिकल कॉलेजों में सीटें: 35540