- आरटीओ ऑफिस में कमिश्नर ने किया इंस्पेक्शन, सीसीटीवी मिले खराब, रिकॉर्ड भी अस्तव्यस्त

- अधिकारियों के केबिन में मिले संदिग्ध व्यक्ति, सैलरी रोकने के साथ कारण बताओ नोटिस जारी

KANPUR: आरटीओ ऑफिस में वेडनसडे को अचानक कमिश्नर ने रेड की। 5 में से 3 कर्मचारी और एआरटीओ ऑफिस में 22 में से 13 कर्मी अब्सेंट थे। सभी की सैलरी रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। यहां की व्यवस्थाओं को देखते ही कमिश्नर का पारा चढ़ गया। फाइलों का रिकॉर्ड बेहद खराब स्थिति में मिला। इसके अलावा सीसीटीवी भी नहीं चल रहे थे। कमिश्नर ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि दलालों पर लगाम न लगे तो अफसरों और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई करें।

एक संदिग्ध व्यक्ति पकड़ा

ऑफिस में एआरटीओ तो मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके ऑफिस में 2 संदिग्ध शख्स को कमिश्नर ने पकड़ा। एक शख्स ने तो अपना आईकार्ड दिखाया, लेकिन दूसरा व्यक्ति नहीं बता पाया कि एआरटीओ ऑफिस में क्यों बैठा है। कमिश्नर ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के निर्देश देते हुए एआरटीओ को सौंप दिया। एआरटीओ सुधीर कुमार सुबह सवा दस बजे ऑफिस पहुंचे। पूरे ऑफिस में 22 में 13 कर्मचारी अब्सेंट मिले। सुधीर कुमार से कमिश्नर ने सीसीटीवी रिकॉर्डिंग मांगी तो वह दिखा नहीं पाए। जिस पर कमिश्नर ने उन्हें फटकार लगाई और नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण देने को कहा।

अफसरों पर भी कार्रवाई करें

कमिश्नर ने सख्त रुख अपनाते हुए संयुक्त आयुक्त परिवहन को निर्देश दिए कि दलालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अगर परिसर में कोई दलाल नजर आता है, तो आरटीओ उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। दलालों को कोई अफसर या कर्मचारी प्रोत्साहन देता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई हो। कमिश्नर ने 3 दिन में कार्रवाई रिपोर्ट तलब करने के साथ ही 30 अप्रैल तक फोटो और वीडियो के साथ डिटेल रिपोर्ट मांगी है।