कानपुर(ब्यूरो)। कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों से से अब तक ढाई सौ करोड़ से ज्यादा नकदी मिल चुकी है। यह छापा डायरेक्टर जनरल जीएसटी इंटेलिजेंस के अहमदाबाद जोन की ओर से मारा गया। जोकि लगातार 5 दिनों से जारी है। कानपुर के बाद जांच अब कन्नौज में चल रही है, लेकिन यहां कानपुर में इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी पीयूष जैन के बीते 5 सालों के इनकम टैक्स रिटर्न को खंगाल रहे हैं। बताया जा रहा है कि डीजी जीएसटीआई के छापे में अब तक जितनी रकम मिली है वह पीयूष जैन के इनकम टैक्स रिटर्न के मुकाबले दो हजार गुना तक है।

रिटर्न का मिलान शुरू
पीयूष जैन ने अपने आईटी रिटर्न में महज 12 से 13 लाख रुपए की इनकम दिखाई है। कई सालों से इतने ही अमांउट के आसपास का रिटर्न दाखिल किया जाता रहा है। वहीं अब अधिकारी पीयूष के आईटी रिटर्न और उसके जीएसटी रिटर्न के आंकड़ों को मिला रहे हैं। जिससे पता चल सके कि कितनी खरीद बिक्री दिखाई गई है। इंकम टैक्स विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जितना रिटर्न फाइल किया जाता है। उसके मुताबिक जरूरी खर्चो को निकाल दिया जाए तो पीयूष जैन की इंकम 10 लाख रुपए के अंदर ही होनी चाहिए,लेकिन जिस हिसाब से कैश मिला है। वह उसके एनुअल रिटर्न का दो हजार गुना तक है।

प्लाई लगा कर छिपाए नोटों के बंडल
कन्नौज में कारोबारी पीयूष जैन के पैतृक आवास में चल रही डीजी जीएसटी आई की छापेमारी में टीमें जहां भी हाथ लगा रही हैं वहां कैश निकल रहा है। तीन टुकड़ों में बने इस आवास में नौ दरवाजे हैं.जिनके अंदर रुपयों को छिपाने के लिए कंक्रीट की दीवार की जगह सजावटी प्लाई की अलग दीवार बना दी गई है। जिसे हटाते ही अधिकारियों को 500-500 की गड्डियों के बंडल मिले। इसके अलावा एक दो जगह पर सुरंगनुमा अलमारी भी मिली है। जिसमें नोटों के बोरे भरे थे।


5 लाख का एक बंडल
कारोबारी के घर से 500 रुपए के नोटों की गड्डियों के जो बंडल मिल रहे हैं। उसमें हर बंडल में 10 गड््िडयां हैं। एक बंडल में 5 लाख रुपए हैं। जिन्हें पहले प्लास्टिक से बांधा गया। फिर उसमें ऊपर से पीला टेप चिपकाया गया। नोटों के गत्ते भी मौके से मिले हैं। जिसमें दो दो हजार रुपए के नोट बताए जा रहे हैं.घर के अंदर कई लॉकर ऐसे भी थे। जिन्हें खोलने के लिए फिंगर प्रिंट की जरूरी था। इन्हें खुलवाने के लिए कानपुर से भी लोगों को बुलाया गया,लेकिन लॉकर नहीं खुले तो उन्हें गैस कटर से काटा गया।

बेटों को बिना प्याज का खाना
कन्नौज में तीन दिन से चल रही डीजी जीएसटी आई की छापेमारी में 30 से ज्यादा अफसर शामिल हैं। इन्हें दो वक्त खाने के लिए स्थानीय होटल से सप्लाई की जा रही है। संडे को भी इस होटल से 37 लोगों का खाना पैक करा कर पीयूष जैन के पैतृक आवास भेजा गया। इसमें दो थाली में बिना प्याज लहसुन का खाना था। जोकि कारोबारी के बेटों के लिए था।