कानपुर(ब्यूरो)। कानपुर-लखनऊ रेलखंड के पिपरसंड स्टेशन पर चल रहे नॉन इंटरलाङ्क्षकग वर्क की वजह से ट्रेनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। दिल्ली-हावड़ा, झांसी-कानपुर व भीमसेन-बांदा रूट की कई ट्रेनें भी यहां फंस गईं। इस वजह से बुधवार को बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस सहित 30 से अधिक ट्रेनें देरी स सेंट्रल स्टेशन पहुंचीं। जिससे हजारों यात्रियों को परेशानियों को सामना करना पड़ा। इस दौरान अपनों को रिसीव करने स्टेशन पहुंचे लोगों को भी समस्या हुई।

15 मिनट से एक घंटा तक

लखनऊ-कानपुर रेलखंड के पिपरसंड में नान इंटरलाङ्क्षकग कार्य के कारण 29 जून से पांच जुलाई के बीच अलग-अलग दिन 12 ट्रेनें निरस्त की गई हैं। इसके साथ ही इस क्षेत्र में ट्रेनों को धीमी गति से गुजारा गया। इससे बुधवार को लखनऊ की ओर से आने वाली अधिकांश ट्रेनें 15 मिनट से एक घंटा तक देरी से सेंट्रल स्टेशन पहुंच पाईं। इन ट्रेनों का समय गड़बड़ाने से दूसरे रूट की ट्रेनों का भी फंसाव हुआ। इससे जम्मूतवी एक्सप्रेस, पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस, सिक्कम महानंदा, सीमांचल एक्सप्रेस, अजमेर सुपरफास्ट, बेतवा एक्सप्रेस, नेताजी एक्सप्रेस, बाबा वैद्यनाथ देवघर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस, नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, विक्रमशिला, नार्थ-ईस्ट आदि ट्रेनें 10 मिनट से डेढ़ घंटा तक देरी से आईं।

ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए ट्रैक व स्टेशनों पर काम कराए जा रहे हैं। इससे असर पड़ा है। जल्द रफ्तार बढऩे से यात्रियों को सहूलियत होगी।

आशुतोष ङ्क्षसह, डिप्टी सीटीएम, कानपुर सेंट्रल