कानपुर ( ब्यूरो) 25 मार्च को ट्रेनी सीओ सृष्टि सिंह के नेतृत्व में महाराजपुर पुलिस ने फतेहपुर निवासी राजीव कुमार गुप्ता को 25 हजार ढक्कन और 50 हजार क्यूआर कोड के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसी से पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली नागलोई दिल्ली में इसकी फैक्ट्री चल रही है। आईजी रेंज प्रशांत कुमार ने बताया कि कानपुर आउटर पुलिस के अलावा एसटीएफ, आबकारी टीमों को इसमें संयुक्त तौर पर लगाया गया। टीम कम पडऩे पर इटावा और औरैया की पुलिस टीमों को भी दिल्ली छापेमारी के लिए भेजा गया।

तीन लोगों को किया गिरफ्तार
एसपी कानपुर आउटर अजीत सिन्हा ने बताया कि वहां से 136 गली पंजाबी बस्ती घाटी दिल्ली निवासी वीरेन्द्र कुमार राय, वीएएच ईस्ट शालीमार बाग दिल्ली निवासी मुकेश कुमार मित्तल और अशोक कुमार चौहान को गिरफ्तार किया गया है। एसपी के मुताबिक वीरेन्द्र और मुकेश दोनों पार्टनर हैं। इनकी फैक्ट्री नागलोई दिल्ली में चल रही है। वहीं अशोक पहले इनके साथ ही काम करता था मगर बाद में उसने शास्त्रीनगर सरांय रोहेल्ला दिल्ली में फैक्ट्री लगा ली थी। एसपी ने कहा कि दोनों फैक्ट्रियों में छापेमारी की गई।

ये हुआ बरामद
दोनों फैक्ट्री को मिलाकर 1.25 करोड़ के ब्रांडेड सराब के ढक्कन, 10 लाख क्यूआर कोड, 40 बड़ी बॉडी ढक्कन के अंदर लगने वाले वॉशर और 16 मशीने बरामद की गई हैं।
दूसरे प्रदेशों में हो रही थी सप्लाई
पुलिस के मुताबिक कानपुर के अलावा हमीरपुर, गोरखपुर, वाराणासी, फतेहपुर में इनकी सप्लाई थी। इसके अलावा वह पाण्डुचेरी, बंगलुरू, कर्नाटक, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्यप्रदेश आदि जगहों पर सप्लाई कर रहे थे।

आबकारी विभाग निष्क्रिय
पुलिस ने बीते तीन दिनों में दो गुडवर्क किए। पहले की सफलता की वजह से दूसरी सफलता मिल पाई। नियमानुुसार ये जिम्मेदारी आबकारी विभाग की है, इसके बाद भी आबकारी की टीम सक्रिय नहीं हो सकी और पुलिस ने इस गुडवर्क को अंजाम दिया। कड़ी कार्रवाई करने के लिए आबकारी विभाग की जरूरत थी, इसी वजह से आबकारी विभाग को शामिल किया गया।

अभी इस मामले में इनवेस्टिगेशन की जा रही है, जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा और शहर में इनका कहां-कहां इस्तेमाल किया जाता है, पता लगाया जाएगा।
प्रशांत कुमार, आईजी रेंज