- बिकरू कांड के बाद पहली बार गांव पहुंची विकास की मां

- खंडहर हुए घर को देखने के बाद दुर्गा मंदिर भी गई

KANPUR: वह मेरा बेटा था, इसलिए उसकी मौत का दुख है। लेकिन विकास को उसके कर्मों का फल मिला। इस बात की भी परेशानी है कि उसकी वजह से कई परिवार बर्बाद हुए। ये कहना है बिकरू कांड को अंजाम देने वाले दुर्दात दुबे की मां सरला देवी का। वह विकास के एनकाउंटर के बाद पहली बार गांव पहुंची थीं। मंदिर में पूजा करने के बाद वे अमर दुबे और दो अन्य परिवारों के पास पहुंचीं। हालांकि वे अपने भाई प्रेम प्रकाश के घर नहीं गईं। दो घंटे गांव में रहने के बाद वे शिवली में रहने वाली बेटी के घर चली गईं।

एक टक देखती रहीं

बिकरू गांव में देश को दहला देने वाली वारदात 2 जुलाई की रात में हुई थी। जहां दुर्दात दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर घेरकर फायरिंग कर दी गई थी। इस सनसनीखेज वारदात में 8 लोगों की मौत हुई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विकास और उसके पांच साथियों का एनकाउंटर कर दिया था। जबकि कुछ अन्य लोगों को जेल भेज दिया था। उसकी मौत के बाद से परिवार वाले भी घर नहीं लौटे। सरला देवी के गांव आने पर ग्रामीण उनसे मिलने पहुंचे। सरला देवी ने एक नजर अपने खंडहर हो चुके घर पर डाली। कुछ देर एकटक देखती रही। उसके बाद बीते समय की यादों में खोई दुर्गा मंदिर पहुंचीं। इस दौरान बात करने पर उन्होंने कहा कि अब विकास का मामला खत्म हो जाना चाहिए।