- जमीन का पानी दूषित होने पर डाली गई पाइपलाइन दो साल भी नहीं चली

KANPUR: जमीन का पानी दूषित हो रहा था। इसलिए 42 लाख रुपए खर्च करके पाइप लाइन डाली गई थी। लेकिन दो साल भी नहीं चल सकी। भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने से इसमें दर्जनों लीकेज हो गए। इस वजह से आज भी लोगों को गंदा पानी ही इस्तेमाल करना पड़ रहा है।

फैक्ट्रियों का कूड़ा डंप होता था

जूही राखी मंडी में कई वर्ष पहले फैक्ट्रियों का कूड़ा डंप होता है। इस वजह से भूगर्भ जल दूषित हो गया और हैंडपंप, सबमर्सिबल पंप से क्रोमियम युक्त पानी आने लगा। मजबूरी में लोग इस पानी को इस्तेमाल करते थे। प्रमुखता से मुद्दा उठाने पर एनजीटी ने संज्ञान लिया और तत्कालीन नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज सिंह ने निरीक्षण किया था। इसके बाद जलनिगम ने 42 लाख रुपए से नवंबर 2019 में दो हजार मीटर पाइप लाइन बिछाई थी। लोगों को एक माह तक तो पानी ठीक मिला। इसके बाद लीकेज होने लगें और स्टैंड पोस्ट टूट गए। वहीं, पार्षद सुनील कन्नौजिया ने मामले की टीएसी जांच की मांग करते हुए मंडलायुक्त को पत्र लिखा था।

आज लग सकती है मुहर

वर्षो से अविकसित जूही राखी मंडी का को लेकर गुरुवार को नगर निगम मुख्यालय में महापौर प्रमिला पांडेय और नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने जलकल, नगर निगम अभियंता को राखी मंडी के अभिलेखों व डिजाइन लेकर दोपहर 12 बजे बुलाया है। उम्मीद जताई जा रही है कि राखी मंडी के विकास पर आज मुहर लग सकती है।