कानपुर (ब्यूरो)। इलेक्शन कमीशन ने सैटरडे को यूपी में सात चरणों में वोटिंग का ऐलान कर दिया है। कानपुर में 13 मई को वोटिंग होनी है। ऐसे में कमिश्नरेट पुलिस ने फ्री एंड फेयर इलेक्शन के लिए एक्सरसाइज शुरू कर दी है। पुलिस ऑफिस के बैडमिंटन कोर्ट मेें इलेक्शन सेल का ऑफिस बनाया गया है। इलेक्शन सेल का प्रभारी एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार को बनाया गया है। उनके नेतृत्व में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और सिपाहियों की ड्यूटी लगाई गई है। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती 909 क्रिटिकल पोलिंग बूथ हैं। इसके लिए कमिश्नरेट पुलिस ने स्पेशल प्लानिंग की है।

बैरियर लगाकर चेकिंग
18 अप्रैल से कमिश्नरेट में 30 स्टैटिक सर्विलांस टीमें मूवमेंट शुरू करेंगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इलेक्शन कमीशन ने निर्देशों के मुताबिक जिले की सीमा पर बैरियर लगाकर चेकिंग शुरू करेंगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इलेक्शन के दौैरान बांटी जाने वाली शराब और कपड़ों पर नजर रखने के लिए फ्लाइंग स्क्वॉड टीम ने काम शुरू कर दिया है। टीम के लोग सुरागरसी में लगे हैैं। स्थानीय खुफिया इकाई यानी एलआईयू के साथ इंटेलीजेंस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है।

प्रिवेंटिव एक्शन के लिए
जिलों में बिकने वाली शराब, तमंचे और अवैध असलहों की खरीदफरोख्त, नशीले पदार्थ की तस्करी, चुनाव के दौरान अशांति फैलाने की आशंका, मोहल्ले के दबंग, पुराने अपराधी, राजनीतिक अपराधियों के खिलाफ प्रिवेंटिव एक्शन लेने के निर्देश अधिकारियों ने जारी कर दिए हैैं। किसी भी तरह का विवाद होने पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैैं। पीआरवी (पुलिस रेस्पांस व्हीकल) पर तैनात पुलिस कर्मियों को कम समय में मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। हर थाने को अधिकारियों ने पुलिस लाइन से 10 सब इंस्पेक्टर दिए हैैं, जो लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।

क्रिटिकल बूथ हुए कम
बीते चुनावों में कमिश्नरेट में 919 क्रिटिकल बूथ हुआ करते थे। इस बार इन बूथों की संख्या 10 कम हो गई है। इन बूथों पर सीआईएसएफ के जवानों की तैनाती की गई है। इन बूथों के बाहर वीडियो कैमरा लगेगा और मतदान स्थल को छोडक़र पूरे बूथ में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। शासन का आदेश है कि इन 909 बूथों के आसपास के इलाकों की विशेष निगरानी की जाए। बीते तीन चुनावों में जिन लोगों से अशांति फैलाने का खतरा था। उनकी जांच कर लिस्ट बना ली गई है। जल्द ही पुलिस उनके खिलाफ भी प्रिवेंटिव कार्रवाई करने जा रही है।

कैमरे करेेंगे पुलिस की मदद
30 मार्च तक कमिश्नरेट में सीसीटीवी कैमरे लगाने का टारगेट पुलिस के पास है। पुलिस अधिकारियों की माने तो इस लोकसभा चुनाव में ये कैमरे बहुत लाभकारी सिद्ध होने वाले हैैं। इन कैमरों से हर मूवमेंट पुलिस की नजरों के सामने होगा। जरूरत पडऩे पर डीवीआर से फुटेज निकालकर कार्रवाई का ताना बाना बुना जाएगा। इलेक्शन के दौरान मूवमेंट करने वाले पुलिस कर्मियों को बॉडी वार्न कैमरे का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है।

नाइट पेट्रोलिंग बढ़ेगी
वहीं जिन पुलिस कर्मियों को गाड़ी अलॉट हैैं, वे सभी अपने साथ वीडियो फोटोग्राफर भी रखेंगे। नाइट पेट्रोलिंग और नाइट मूवमेंट की एक्सरसाइज हर अधिकारी को करने के लिए कहा गया है। गाड़ी में टार्च, रस्सा, एंटी दंगा ड्रिल के लिए जरूरी इक्विपमेंट, बॉडी प्रोटेक्टर शील्ड और बीपी (बुलेट प्रूफ) जैकेट लेकर चलने को कहा गया है।